भृंगराज तेल के फायदे और नुकसान – Bhringraj Tel ke Fayde

क्या आप घने, चमकदार और स्वस्थ बाल चाहते हैं? आपने भी शायद अपने बालों की ज़रूरतों के लिए सबसे उपयुक्त उत्पाद की तलाश में विभिन्न हेयर पैक, हेयर ऑयल, सीरम, शैंपू, विटामिन सप्लीमेंट आदि आज़माए होंगे। यदि आप अभी भी सही उत्पाद की तलाश में हैं, तो मैं आपको स्वस्थ बालों के लिए एक उपयुक्त और बेहतरीन आयुर्वेदिक तेल यानी भृंगराज तेल (महाभृंगराज तेल) की सिफारिश करूंगा। यह तेल आपके बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद होगा।

यहां, इस लेख में मैं आपको भृंगराज तेल के फायदे, उपयोग, नुकसान (दुष्प्रभाव) और घटक द्रव्यों (सामग्री) के बारे में बताऊंगा।

भृंगराज तेल क्या है? – (What is Bhringraj oil in hindi?)

भृंगराज तेल, जिसे अक्सर महाभृंगराज तेल भी कहा जाता है, ‘भृंगराज’ जड़ी बूटी की पत्तियों से बना एक आयुर्वेदिक तेल है। ‘भृंगराज’ को ‘फाल्स डेज़ी’ (false daisy) के नाम से भी जाना जाता है, और यह सूरजमुखी परिवार (sunflower family) से है। यह भारत, चीन, ब्राज़ील और थाईलैंड जैसे नम स्थानों में सबसे अच्छी तरह उगता है।

भृंगराज पौधे की पत्तियों को नारियल तेल या तिल के तेल में मिलाने से पहले दो से तीन दिनों तक धूप में सुखाना चाहिए। इस तेल को अगले दो से तीन दिनों तक धूप में रखें, जब तक कि यह हरा न हो जाए। भृंगराज तेल बनाने का एक और आसान तरीका है, भृंगराज की पत्तियों के पाउडर को गर्म नारियल तेल में मिलाकर भंडारण (store) करना। भृंगराज तेल के विभिन्न फॉर्मूलेशन हैं, लेकिन सभी में भृंगराज (फाल्स डेज़ी) और एक वाहक (carrier) तेल (जैसे तिल का तेल या नारियल का तेल) शामिल हैं।

यह तेल बालों के विकास को बढ़ावा देता है, बालों को मजबूत बनाता है, तथा रूसी (dandruff) और बालों के सफेद होने से बचाता है।

भृंगराज तेल को अन्य नामों से भी जाना जाता है, जैसे:

  • महाभृंगराज तेल
  • भृंगराज तैलम
  • भृंगराज आयल
  • महाभृंगराज आयल
  • महाभृंगराज तैलम्
  • भृंगराज हेयर ऑयल
  • महाभृंगराज हेयर ऑयल

भृंगराज तेल के घटक द्रव्य (सामग्री) क्या हैं? – (What Are the Ingredients of Bhringraj Oil (Tel) in Hindi?)

विभिन्न आयुर्वेदिक शास्त्रीय ग्रंथों के अनुसार, भृंगराज तेल बनाने के चार तरीके हैं अथवा इसके चार सूत्र (formulations) हैं। ‘भृंगराज’ इन सभी फॉर्मूलेशन्स में आम घटक है।

नीचे, यहां मैं भृंगराज तेल निर्माण की सामग्री के बारे में बता रहा हूं, जैसा कि भैषज्य रत्नावली (क्षुद्ररोग चिकित्सा) में वर्णित है। कई कंपनियां इस फॉर्मूलेशन का उपयोग करके भृंगराज ऑयल (तेल) तैयार करती हैं (4)।

हर्बल रस – (Herbal juices)

घटक द्रव्य का सामान्य नामघटक द्रव्य का वैज्ञानिक नाम
भृंगराज (संपूर्ण पौधे का रस)Eclipta Alba

Base Oil – (बेस आयल)

घटक द्रव्य का सामान्य नामघटक द्रव्य का वैज्ञानिक नाम
तिल के तेलSesamum indicum

कल्क के लिए जड़ी बूटियाँ – (Herbs for paste or Kalka)

घटक द्रव्य का सामान्य नामघटक द्रव्य का वैज्ञानिक नाम
बला (जड़)Sida Cordifolia
लाल चंदन (रक्त चंदन)Pterocarpus Santalinus
मंजिष्ठा  Rubia cordifolia
नागकेसरMesua Ferrea
स्वर्ण गैरिकRed Ochre
पद्म-केसरNelumbo Nucifera
हरिद्रा (हल्दी)Curcuma Longa
अनंतमूलHemidesmus indicus
यष्टिमधु (मुलेठी)Glycyrrhiza Glabra
प्रियंगुCallicarpa Macrophylla
दारूहरिद्राBerberis Aristata
पद्मकPrunus cerasoides
लोध्र Symplocos racemosa
गाय का दूध

भृंगराज तेल के औषधीय गुण क्या हैं? – (What Are the Medicinal Properties of Bhringraj Oil (Tel) in hindi?)

भृंगराज आयल में निम्नलिखित औषधीय गुण हैं:

  • जीवाणुरोधी (antibacterial)
  • सूजनरोधी (anti-inflammatory)
  • एंटी-डैंड्रफ (antidandruff)
  • खुजलीरोधी (antipruritic)
  • बालों का विकास करने वाला (hair growth promoter)
  • ऐंटिफंगल (antifungal)
  • आंखों की रोशनी में सुधार करने वाला (improves eyesight) – नस्य द्वारा
  • तनावरोधी (anti-stress) – मालिश से आराम मिलता है

भृंगराज तेल किन शारीरिक स्थितियों में उपयोगी है अथवा इसके चिकित्सीय संकेत क्या हैं?  – (What Are The Therapeutic Indications of Bhringraj Tel (Oil) in hindi?)

इस तेल के महत्वपूर्ण चिकित्सीय संकेत निम्नलिखित हैं:

  • रूसी (dandruff)
  • बाल झड़ना (hair fall)
  • सिर (स्कैल्प) की खुजली (scalp itching)
  • बालों का टूटना (broken hair)
  • बालों का समय से पहले सफ़ेद होना (premature graying of hair)
  • स्कैल्प फॉलिकुलिटिस (scalp folliculitis)
  • टीनिया कैपिटिस (Tinea capitis) – स्कैल्प का एक फंगल संक्रमण
  • स्कैल्प (सिर की त्वचा) पर मवाद भरे मुँहासे (pus filled acne on scalp)
  • कमजोर दृष्टि (weak eyesight) – नस्य द्वारा

भृंगराज तेल के फायदे और उपयोग क्या हैं? – (What Are The Uses and Benefits Of Bhringraj Oil (Bhringraj Tel) in hindi?)

इस तेल का उपयोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में सदियों से किया जाता रहा है। नीचे मैं आपको भृंगराज तेल के 15 फायदे और उपयोग बता रहा हूँ, जिन्हें आपको अवश्य जानना चाहिए:

1) ड्राई स्कैल्प और रूसी के लिए भृंगराज तेल के फायदे – (Bhringraj Oil (Tel) Benefits For Dry scalp and dandruff in hindi)

भृंगराज तेल अपने रोगाणुरोधी और एंटिफंगल गुणों के कारण रूसी को कम करने में मदद करता है।

इस तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो स्कैल्प सोरायसिस (scalp psoriasis) या अन्य कारणों से स्कैल्प की जलन के लक्षणों से राहत दिला सकते हैं। यह तेल स्कैल्प में प्रवेश करके आपकी ड्राई स्कैल्प को शीघ्र ही हाइड्रेट कर सकता है। इस प्रकार यह ड्राई स्कैल्प की खुजली को कम करने के लिए अच्छा काम करता है।

2) भृंगराज तेल बालों के सफेद होने की गति को धीमा कर सकता है – (Bhringraj oil may slows down hair graying in hindi)

हरीतकी और जटामांसी, भृंगराज तेल के दो सक्रिय घटक हैं, जो बालों के प्राकृतिक रंग को संरक्षित करने में बहुत सहायक होते हैं और समय से पहले बालों के सफेद होने को धीमा या रोक सकते हैं।

अतः आप बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकने के लिए नियमित रूप से आंवला तेल के साथ भृंगराज तेल का उपयोग कर सकते हैं।

3) स्कैल्प के संक्रमण के लिए भृंगराज तेल के फायदे – (Bhringraj oil Benefits for scalp infection in hindi)

अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण, भृंगराज तेल स्कैल्प (scalp) के विभिन्न रोगों को ठीक करने के लिए एक बेहतरीन तेल है। इस तेल से सोरायसिस, जीवाणु संक्रमण, टिनिया संक्रमण (tinea infections), और कई प्रकार के फॉलीकुलर (follicular) संक्रमणों का इलाज किया जा सकता है। इस तेल के नियमित उपयोग से बालों के विकास को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही स्कैल्प (सिर की त्वचा) की कोमलता और बालों के रोम (hair follicle) की सूजन भी कम होती है।

4) बालों के विकास में भृंगराज तेल के फायदे  – (Bhringraj Oil Benefits in Hair Growth in hindi)

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अध्ययनों के अनुसार, भृंगराज तेल बालों की जड़ों और स्कैल्प (सिर की त्वचा) में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देता है (1)।

सर्वोत्तम परिणामों के लिए भृंगराज आयल (bhringraj tel) से दस मिनट तक मालिश करें।

5) गंजापन और बालों के झड़ने के लिए भृंगराज तेल के फायदे – (Bhringraj oil Benefits for Baldness and Hair fall in hindi)

यह बालों के झड़ने (पोषण की कमी या तनाव से संबंधित) के लिए एक शानदार उपाय है। भृंगराज आयल (bhringraj tel) से नियमित मालिश आपके दिमाग को शांत करने और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है।

यदि आप पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झड़ने या गंजेपन से पीड़ित हैं, तो यह तेल उन सभी आवश्यक खनिजों और विटामिनों को प्रदान करने में मदद कर सकता है।

यह बालों का टूटना कम करने और बालों का झड़ना रोकने के लिए प्राकृतिक उपचारों में से एक है।

सोने से पहले, अपने सिर पर इस तेल की मालिश करने से बालों की जड़ों में रक्त के प्रवाह में सुधार होता है, जिससे बालों के विकास में मदद करने के लिए अधिक पोषक तत्व मिलते हैं।

6) भृंगराज तेल बालों को बेहतर पोषण प्रदान करता है – (bhringraj Tel Provides Better Hair Nourishment in hindi)

पोषक तत्वों की कमी से आपके बाल बेजान और रूखे दिख सकते हैं। आपके बालों की जड़ों में रक्त परिसंचरण, जो अंततः बालों को पूर्ण पोषण प्रदान करता है, को नियमित भृंगराज हेयर ऑयल (bhringraj tel) की मालिश से बेहतर बनाया जा सकता है।

इस प्रकार, इस तेल से मालिश आपके बालों को गहराई से पोषण देती है और बालों को बेजान और शुष्क होने से बचाने में मदद करती है।

7) भृंगराज ऑयल लिवर डिटॉक्सीफिकेशन में मदद करता है – (Bhringraj Tel Helps in Liver Detoxification in hindi)

आयुर्वेद में, भृंगराज पौधे (फाल्स डेज़ी) की पत्तियों के रस का उपयोग लीवर टॉनिक के रूप में किया जाता है। यह रस लीवर को डिटॉक्सीफाई करता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह जड़ी बूटी लीवर कोशिका निर्माण (liver cell generation) में भी मदद कर सकती है।

8) भृंगराज तेल सिरदर्द का इलाज कर सकता है – (Bhringraj Tel May treat headaches in hindi)

भृंगराज ऑयल सिरदर्द से तुरंत राहत प्रदान कर सकता है, खासकर तनाव से होने वाले सिरदर्द से। सिरदर्द के इलाज के लिए इस तेल को नाक में डाला जाता है।

इस तेल के सुखदायक (soothing) और शीतलन (cooling) गुण सीधे सिर में प्रवेश करते हैं। अतः सिर पर इस तेल की मालिश करने से भी आपका सिरदर्द और तनाव दूर रहता है।

9) भृंगराज तेल दृष्टि में सुधार करता है – (Bhringraj oil Improves Vision in hindi)

भृंगराज तेल को नाक में डालने से आपकी आंखों की रोशनी में सुधार हो सकता है। हर सुबह प्रत्येक नासिका छिद्र में इस तेल की 2 बूंदें डालने से आपकी दृष्टि में सुधार हो सकता है।

10) यह तनाव को कम कर सकता है और स्लीप पैटर्न में सुधार कर सकता है – (It May Decrease stress and improve sleep pattern in hindi)

भृंगराज तेल अपने तनाव कम करने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। यह भी माना जाता है कि इस तेल में मौजूद मैग्नीशियम मूड और नींद के पैटर्न (स्लीप पैटर्न) को बेहतर बनाता है।

11) त्वचा के लिए भृंगराज तेल के फायदे – (Bhringraj oil Benefits For Skin in hindi)

भृंगराज त्वचा संबंधी समस्याओं में बहुत फायदेमंद है और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट है। यह आपकी त्वचा को अधिक युवा दिखने में सहायता करता है, और त्वचा की झुर्रियों को कम करने में सहायक है।

इसके अतिरिक्त, इसके सूजन-रोधी गुण त्वचाशोथ या डर्मेटाइटिस (Dermatitis), सोरायसिस और मुँहासे के लक्षणों को कम करने में सहायता करते हैं।

12) यह अल्जाइमर से संबंधित स्मृति हानि में सुधार कर सकता है – (It May improve Alzheimer’s related memory loss in hindi)

2014 में चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जब भृंगराज को अश्वगंधा (एक औषधीय जड़ी बूटी) के साथ मिलाया गया, तो इससे उन चूहों के दिमाग में माइटोकॉन्ड्रियल गतिविधि (mitochondrial activity) बढ़ गई, जिनमें अल्जाइमर था (2)।

13) यह तेल मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) की रोकथाम में सहायता कर सकता है – (This oil May aid in the prevention of urinary tract infections in hindi)

भृंगराज में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) के उपचार में सहायता कर सकते हैं, क्योंकि मूत्र पथ के संक्रमण ज्यादातर जीवाणु के कारण होते हैं।

14) त्वचा की सूजन में भृंगराज तेल के फायदे – (Bhringraj oil Benefits in skin Inflammation in hindi)

भृंगराज आयल में मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं और यह शुष्क त्वचा को आराम प्रदान करने में मदद करता है। चूँकि भृंगराज में सूजन-रोधी गुण होते हैं, इसलिए इस तेल का उपयोग त्वचा की सूजन संबंधी स्थितियों जैसे त्वचाशोथ, सोरायसिस और मुँहासे के इलाज के लिए किया जा सकता है।

15) यह तेल रैटलस्नेक के जहर को निष्क्रिय कर सकता है – (This Oil May neutralize the rattlesnake venom in hindi)

2014 में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि जब भृंगराज पौधे के रस का सेवन किया जाता है, तो यह रैटलस्नेक के जहर के घातक प्रभावों का प्रभावी ढंग से प्रतिकार कर सकता है (3)।

भृंगराज तेल के नुकसान (दुष्प्रभाव) क्या हैं? – (What are the Side Effects of Bhringraj oil in hindi?)

जो लोग निम्नलिखित स्थितियों से पीड़ित हैं, उन्हें भृंगराज तेल का नस्य (नाक से तेल) नहीं देना चाहिए:

  • थ्रोबबिंग पेन (धमक के साथ दर्द – Throbbing pain)
  • तीव्र स्पंदनशील दर्द (acute pulsating pain), या
  • सिर या स्कैल्प में जलन होना (A burning sensation in the head or scalp)

हालाँकि भृंगराज तेल का उपयोग करने से कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन इसे नाक में डालने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

नाक के माध्यम से भृंगराज तेल का उपयोग करने के कुछ संभावित नुकसान (दुष्प्रभाव) हैं:

  • छींकें आना (sneezing)
  • गले में जलन होना (throat irritation)
  • नाक में जलन होना (burning sensation in the nose)

भृंगराज ऑयल को सिर पर लगाने के बाद इसे रात भर नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि इससे खांसी और सर्दी हो सकती है।

भृंगराज तेल का उपयोग कैसे करें? – (How to use Bhringraj Oil (Tel) in hindi?)

भृंगराज तेल का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

1) भृंगराज तेल का नस्य (नाक से तेल) – (Nasal administration Of Bhringraj oil (Tel) in hindi)

नस्य के लिए इस तेल की 2 बूँदें प्रत्येक नासिका छिद्र में डालें।

2) इसे हेयर ऑयल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है – (It can be used as hair oil in hindi)

आपके बालों के विकास और स्कैल्प के स्वास्थ्य के लिए इस तेल का उपयोग हेयर ऑयल के रूप में किया जा सकता है। इसे नहाने के एक घंटे पहले या नहाने के बाद भी सामान्य हेयर ऑयल की तरह बालों पर लगाया जा सकता है।

सर्वोत्तम परिणामों के लिए, अपनी उंगलियों की मदद से अपने सिर पर भृंगराज हेयर ऑयल की मालिश करें और इस तेल को एक घंटे तक लगा रहने दें। इसके बाद अपने सिर को शैंपू से धो लें।

3) कुछ आयुर्वेदिक प्रक्रियाओं में भी इस तेल का उपयोग किया जाता है – (This oil is also Used in some Ayurvedic Procedures in hindi)

इस तेल का उपयोग कुछ आयुर्वेदिक प्रक्रियाओं जैसे शिरोबस्ती, शिरोधारा आदि में भी किया जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मुझे भृंगराज ऑयल का उपयोग कितनी बार करना चाहिए? – (How frequently should I use Bhringraj oil in hindi?)

इसके उपयोग की आवृत्ति (frequency) आपकी स्थिति के आधार पर तय की जाती है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए आप हफ्ते में दो से तीन बार इस तेल की मालिश कर सकते हैं।

क्या मैं अपने बच्चे के लिए भृंगराज तेल का उपयोग कर सकता हूँ? – (Can I use bhringraj Tel for my kid in hindi?)

शिशुओं और बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक और संवेदनशील होती है, इसलिए आमतौर पर उनके लिए विशेष फॉर्मूलेशन वाले हेयर ऑयल का उपयोग किया जाता है।

भृंगराज तेल का उपयोग 12 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए किया जा सकता है।

क्या मैं प्रतिदिन भृंगराज तेल का उपयोग कर सकता हूँ? – (Can I use bhringraj oil (Taila) daily in hindi?)

हां, आप इस तेल का इस्तेमाल सुरक्षित रूप से रोजाना कर सकते हैं। यह बालों की समस्याओं जैसे बालों का गिरना, असमय सफेद होना, रूसी आदि पर आश्चर्यजनक रूप से अच्छा काम करता है। यह तेल बालों के विकास और बालों की बनावट में सुधार करने में मदद करता है। इसका मौखिक उपयोग लिवर क्लींजर के रूप में भी किया जा सकता है।

क्या मैं रात भर भृंगराज हेयर ऑयल लगा रहने दे सकता हूँ? – (Can I leave bhringraj oil on overnight in hindi?)

हां, आप अपने बालों पर भृंगराज तेल लगा कर इसे रात भर के लिए छोड़ सकते हैं।


संदर्भ (References):

1) Hair growth promoting activity of Eclipta alba in male albino rats

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/18478241/

2) Withania somnifera and Eclipta alba Ameliorate Oxidative Stress Induced Mitochondrial Dysfunction in an Animal Model of Alzheimer’s Disease

https://citeseerx.ist.psu.edu/viewdoc/download?doi=10.1.1.678.9559&rep=rep1&type=pdf

3) Ethnopharmacological Significance of Eclipta alba (L.) Hassk. (Asteraceae)

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4897414/

4) Bhaishajya Ratnavali, chapter 60, Kshudraroga Chikitsa, Verse 130 – 135

5) Bhringraj Oil: Uses, Benefits, Ingredients, & Side Effects


अस्वीकरण (Disclaimer):

इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है| किसी भी उपाय/नुस्खे/दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है|


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