दोस्तो, इस लेख में मैं आपको सर्दी (जुकाम) की दवा, लक्षण, वैक्सीन, बचाव के उपाय, जोखिम कारक, ओटीसी दवा, इलाज और घरेलू उपाय – Common Cold, jukaam, sardi, ya jukam ke ilaj, vaccine, risk factors, preventive measures, lakshan, aur gharelu upay in hindi – के बारे में विस्तार से बताऊंगा |
Table of Contents
सर्दी (जुकाम) क्या है? (What is Common cold in Hindi?)
दोस्तों इस लेख में मैं आपको ऊपरी श्वास नलिका (upper respiratory tract) की एक संक्रामक बीमारी के बारे में बताने जा रहा हूँ, जिससे आप सभी वर्ष में कम से कम एक बार तो जरूर पीड़ित होते होंगें, और उस संक्रामक बीमारी को सर्दी या जुकाम (common cold in Hindi) कहा जाता है |
सर्दी (जुकाम) मुख्य रूप से नाक को प्रभावित करता है, लेकिन कुछ व्यक्तियों में स्वरयंत्र, गले और साइनस पर भी इसका असर पड़ सकता है।
इसे अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे कोल्ड, कॉमन कोल्ड (common cold), वायरल राइनाइटिस (viral rhinitis), नासोफरींजाइटिस (nasopharyngitis), राइनोफेरींजाइटिस (rhinopharyngitis), और एक्यूट वायरल नासोफेरींजाइटिस (acute viral nasopharyngitis) |
दोस्तों, यह एक वायरल बीमारी है और 200 से अधिक विभिन्न वायरस उपभेदों को इस बीमारी का कारण माना जाता है |
इन उपभेदों के बीच राइनोवायरस सबसे सामान्य कारण हैं |
यह संक्रमण सीधे संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क द्वारा हवा से फैलता है; या फिर परोक्ष रूप से वस्तुओं (संक्रमित व्यक्ति द्वारा दूषित वस्तु) के संपर्क में आने के बाद वायरस के नाक, आंख या मुंह में स्थानांतरित होने से फैलता है |
इसके लक्षण आमतौर पर वायरस के प्रारंभिक संपर्क में आने के के बाद 2 दिनों से कम समय में दिखाई देते हैं |
छींकना, खांसी आना, नाक बहना, गले में खराश, बुखार आदि सर्दी जुकाम के सामान्य लक्षण हैं |
संक्रमित व्यक्ति आमतौर पर एक सप्ताह से तीन सप्ताह के समय में इस संक्रमण से ठीक हो जाता है |
दोस्तों, सामान्य सर्दी के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात जो आपको पता होनी चाहिए, इस बीमारी के लक्षण संक्रमण के प्रति आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (immune response) के कारण होते हैं, न कि वायरस द्वारा ऊतक विनाश (tissue destruction) के कारण |
सर्दी (जुकाम) के क्या कारण हैं? (What are the Causes of Common Cold in Hindi?)
सामान्य सर्दी ऊपरी श्वसन मार्ग का एक संक्रमण है और यह वायरस के 200 से अधिक विभिन्न उपभेदों के कारण होता है |
यह सीधे हवा के माध्यम से फैलता है, जब आप किसी संक्रमित व्यक्ति की खाँसी, छींक या बोलने से वायरस के कणों को साँस द्वारा लेते हैं | और यह परोक्ष रूप से आपके दूषित वस्तु (contaminated object) को छूने के बाद वायरस के नाक, आँख या मुंह में स्थानांतरित करने से फैलता है |
सर्दी जुकाम पैदा करने वाले वायरस के इन उपभेदों को समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है | इन उपभेदों के कुछ महत्वपूर्ण समूह हैं: –
1) राइनोवायरस (Rhinoviruses)
लगभग 100 ज्ञात प्रकारों के साथ, वायरस का यह समूह सर्दी (जुकाम) का सबसे आम कारण है | ये वायरस दूषित (contaminated) कठोर सतहों पर तीन घंटे तक रह सकते हैं |
राइनोवायरस (Rhinoviruses) 33 डिग्री सेल्सियस से 35 ° सेल्सियस (नाक में साधारणतया पाया जाने वाला तापमान) की तापमान सीमा में तेजी से बढ़ते हैं | शरद ऋतु और सर्दियों के महीनों के दौरान ये वायरस अत्यधिक संचारी (communicable) होते हैं |
लगभग 40 से 50% सर्दी जुकाम का संक्रमण इन वायरस के कारण होता है |
2) मानव कोरोनावायरस (Human Coronaviruses in Hindi)
वायरस का यह समूह आरएनए वायरस है, जो स्तनधारियों (mammals) और पक्षियों को संक्रमित करता है | मनुष्यों में ये वायरस श्वसन मार्ग के हल्के से लेकर गंभीर संक्रमण का कारण बनते हैं |
इस समूह की वजह से मनुष्यों में होने वाली हल्की बीमारियों में राइनोवायरस की तरह सामान्य सर्दी जुकाम शामिल है; जबकि गंभीर संक्रमणों में SARS (गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम), MERS (मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम) और COVID-19 (कोरोनावायरस रोग 2019) शामिल हैं |
मानव कोरोनवायरस के सात उपभेद हैं, जिनके भिन्न भिन्न जोखिम कारक हैं |
HCoV-OC43, HCoV-HKU1, HCoV-229E, और HCoV-NL63; चार मानव कोरोनवायरस हैं जो सामान्य सर्दी जुकाम लक्षणों को उत्पन्न करते हैं | सर्दी जुकाम का लगभग 15% संक्रमण इन वायरस के कारण होता है |
श्वसन मार्ग के गंभीर संक्रमण मानव कोरोना वायरस के तीन उपभेदों (MERS-CoV, SARS-CoV, और SARS-CoV-2) के कारण होते हैं |
3) एडेनोवायरस (Adenoviruses)
वायरस का यह समूह सामान्य सर्दी, तीव्र ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, तीव्र जठरांत्र शोथ आदि जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है |
हीट तथा ब्लीच (सोडियम हाइपोक्लोराइट का पतला घोल) वस्तुओं पर एडेनोवायरस को मार सकता है |
सर्दी जुकाम का लगभग 5% संक्रमण इन वायरस के कारण होता है |
4) मानव पैरा-इन्फ्लूएंजा वायरस (Human Para-influenza Virus or HPIV)
इस समूह में केवल चार वायरस हैं (अर्थात् HPIV-1, HPIV-2, HPIV-3 और HPIV-4)। ये ऊपरी या निचले श्वसन पथ के संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
HPIV-1 बच्चों में क्रूप (croup) का मुख्य कारण है, जो कि एक श्वसन संक्रमण है जिसमें स्वरयंत्र (larynx), श्वासनली (trachea) और ब्रोन्कियल ट्यूब्स (bronchial tubes) में सूजन हो जाती है |
इस समूह (HPIV) के कारण होने वाले संक्रमण के लक्षण आम सर्दी जुकाम के समान ही होते हैं |
ये संक्रमण ज्यादातर लोगों में हलके ही होते हैं, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों में गंभीर भी हो सकते हैं |
5) रेस्पिरेटरी सिंकाइटीअल वायरस (Respiratory Syncytial Virus or RSV)
ह्यूमन रेस्पिरेटरी सिंकाइटीअल वायरस (HRSV or RSV) एक श्वसन संक्रमण का कारण बनता है, जिसमें म्यूकोसा की संक्रमित कोशिकाएं एक साथ मिल जाती हैं और एक संकोशिका (syncytium) बनाती हैं |
HRSV वयस्कों में जो लक्षण उत्पन्न करता है वो सामान्य सर्दी जुकाम से ज्यादा अलग नहीं होते |
लेकिन कुछ बच्चों में, एचआरएसवी (HRSV) ब्रोंकियोलाइटिस (bronchiolitis) का कारण बन सकता है जो गंभीर श्वसन रोग में बदल सकता है |
एचआरएसवी (HRSV) दूषित कठोर सतहों पर पांच घंटे तक जीवित रह सकता है |
सर्दी (जुकाम) के क्या लक्षण हैं? (What are the symptoms of a Common Cold in Hindi?)
सर्दी (जुकाम) के लक्षण आमतौर पर वायरस के प्रारंभिक संपर्क में आने के 2 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं |
ये लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होते हैं |
नाक और सिर को प्रभावित करने वाले लक्षण
- बहती या बंद नाक
- छींकें आना
- गंध या स्वाद में कमी
- नाक से पानी निकलना (Watery nasal secretions)
- पोस्ट नेजल ड्रिप (Postnasal drip)
- साइनस दबाव (Sinus pressure )
- खांसी
- गले में खराश
- सिरदर्द
- गीली आखें (Watery eyes)
पूरे शरीर को प्रभावित करने वाले लक्षण
- थकान
- ठंड लगना
- शरीर में दर्द
- कम श्रेणी का बुखार (Low grade fever)
- भूख की कमी
गले में खराश आमतौर पर सामान्य सर्दी जुकाम में प्रकट होने वाला पहला लक्षण है और इसके बाद नाक बहना शुरू हो जाता है |
वयस्कों में बुखार हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है; लेकिन बच्चों में बुखार होना आम है |
फ्लू (इन्फ्लूएंजा) की तुलना में सर्दी (जुकाम) में खांसी आम तौर पर हल्की होती है |
नाक से निकलने वाले बलगम (nasal mucus) का रंग साफ़ और पानी जैसा हो सकता है या यह पीले अथवा हरे रंग का हो सकता है |
बलगम का यह पीला या हरा रंग इस कारण से होता है कि आपका संक्रमण बढ़ रहा है, और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके संक्रमण से लड़ रही है | बलगम में प्रतिरक्षा प्रणाली की बढ़ी हुई कोशिकाएं या इन कोशिकाओं द्वारा उत्पादित बढे हुए एंजाइम होते हैं |
कुछ ही दिनों के अंदर, यह नाक से निकलने वाला यह स्राव या बलगम सूख जाता है |
सर्दी (जुकाम) और फ्लू (इन्फ्लूएंजा) में क्या अंतर है? (What’s the difference between a Common Cold and the Flu in Hindi?)
सर्दी (जुकाम) और फ्लू दोनों ही वायरल श्वसन संक्रमण हैं, और कुछ सामान्य लक्षण साझा करते हैं जैसे:
- छींकें आना
- बहती या बंद नाक
- थकावट
- शरीर में दर्द
इसलिए आमतौर पर सर्दी (जुकाम) और फ्लू (इन्फ्लूएंजा) के बीच अंतर बताना बहुत मुश्किल हो जाता है | परंतु इनमें कुछ ख़ास अंतर हैं, जो मैं नीचे बता रहा हूँ:
लेकिन, सर्दी जुकाम की तुलना में फ्लू के लक्षण अचानक प्रकट होते हैं |
फ्लू के लक्षण सर्दी की तुलना में अधिक गंभीर होते हैं |
फ्लू निमोनिया, कान में संक्रमण या सेप्सिस जैसी जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है, जबकि सर्दी जुकाम शायद ही कभी इस तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है |
(इसे भी पढ़ें : फ्लू (इन्फ्लूएंजा) – Flu (Influenza) in Hindi)
सर्दी (जुकाम) के क्या चरण हैं? (What are the stages of a common cold in Hindi?)
सर्दी (जुकाम) के तीन चरण होते हैं:
चरण 1 (stage 1)
दिन 1 से 3
लक्षण: गले में खराश, बंद या बहती नाक, थकान और छींकें आना |
थकान को कम करने के लिए जितना संभव हो उतना आराम करना महत्वपूर्ण है |
चरण 2 (stage 2)
दिन 4 से 7
लक्षण: खांसी, थकान, कंजेशन (congestion), और बुखार हो सकता है या नहीं भी हो सकता |
इस चरण में, आप यह भी नोटिस कर सकते हैं कि नाक से निकलने वाला स्राव या बलगम अधिक मोटा हो गया है | और बलगम का रंग स्पष्ट और पानी जैसे से पीले या हरे रंग में बदल गया है |
चरण 3 (stage 3)
दिन 8 से 10
लक्षण: बहती या बंद नाक, खांसी और कंजेशन (congestion) |
8 से 10 दिनों के भीतर, ज्यादातर लोग आमतौर पर ठीक होने लगते हैं और बेहतर महसूस करते हैं | लेकिन सर्दी (जुकाम) के लक्षण 10 दिनों से अधिक समय तक रह सकते हैं या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में गंभीर भी हो सकते हैं |
सर्दी (जुकाम) का निदान (Diagnosis of the Common Cold in Hindi)
सर्दी (जुकाम) मुख्य रूप से नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है | इस संक्रमण से पीड़ित अधिकांश लोगों का उनके लक्षणों के आधार पर पता लगाया जा सकता है |
अक्सर स्वयम परीक्षण (Self-diagnosis) होता है |
आपका डॉक्टर बैक्टीरिया या अन्य संक्रमणों से विभेदक निदान (Differential diagnosis) के लिए आपको छाती के एक्स-रे या रक्त परीक्षण की सलाह दे सकता है। संक्रमण में शामिल वायरल एजेंट का अलगाव (Isolation) बहुत कम ही किया जाता है |
विभेदक निदान (Differential diagnosis): एलर्जिक राइनाइटिस (allergic rhinitis ), साइनोसाइटिस (sinusitis), और ब्रोंकाइटिस (bronchitis) |
सर्दी (जुकाम) के लिए जोखिम कारक क्या हैं? (What are the Risk Factors for the Common Cold in Hindi?)
सर्दी (जुकाम) एक बहुत ही संचारी संक्रमण है, लेकिन कुछ स्थितियां इससे संक्रमित होने का खतरा बढ़ाती हैं | ये हैं:
उम्र
6 साल से कम उम्र के बच्चे इस संक्रमण से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं |
वर्ष का समय
यह संक्रमण आपको वर्ष के किसी भी समय हो सकता है, लेकिन आपके संक्रमित होने की संभावना सर्दियों के महीनों में अधिक होती है |
वातावरण
जहाँ बहुत सारे लोग इकट्ठा होते हैं, उन स्थानों पर जाने वाले लोगों को यह संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है |
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Weakened immune system in Hindi)
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति इस संक्रमण से संक्रमित होने की अधिक संभावना रखते हैं (और यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर, एचआईवी, आदि जैसी बीमारी के कारण हो सकती है, या अंग प्रत्यारोपण, आदि स्थितियों में इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं के उपयोग के कारण हो सकती है |
धूम्रपान
धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों को भी इसके संक्रमण का खतरा अधिक होता है |
सर्दी (जुकाम) से कैसे बचाव करें? (How to Prevent the Common Cold in Hindi?)
सर्दी (जुकाम) के लिए वैक्सीन (Vaccine for the Common Cold in Hindi)
किसी बीमारी की रोकथाम या उससे बचाव के लिए उसकी वैक्सीन बहुत महत्वपूर्ण है | लेकिन सर्दी (जुकाम) के लिए कोई वैक्सीन नहीं है |
सर्दी (जुकाम) के लिए एक वैक्सीन विकसित करने में मुख्य कठिनाई यह है कि 200 से अधिक विभिन्न वायरस उपभेद हैं, जो इस संक्रमण का कारण बनते हैं |
सर्दी (जुकाम) से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियां (Precautions to be taken to prevent the Common Cold in Hindi)
दोस्तो, सर्दी (जुकाम) के वायरस के प्रसार को पूरी तरह से रोकना असंभव है | लेकिन कुछ सावधानियों का पालन करके, जिन्हें मैं नीचे बता रहा हूं, आप इस वायरस से संक्रमित होने की संभावनाओं को कम कर सकते हैं | ये हैं:
1) अपने हाथ बार बार धोएं
इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए यह कदम सबसे अच्छा उपाय हो सकता है |
आपको अपने हाथों को साबुन और पानी से साफ करना चाहिए, और यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है (जैसे यदि आप किसी सार्वजनिक स्थान पर हों) तो आप अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग कर सकते हैं।
अपने हाथों को साफ करना कुछ परिस्थितियों में अधिक आवश्यक हो जाता है, जैसे अगर आप खरीदारी करके या सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करके आ रहें हों |
अपने हाथों को बार-बार साफ करने से आप सर्दी (जुकाम) के वायरस को नष्ट कर सकते हैं, जो आपके हाथों पर अन्य व्यक्तियों द्वारा इस्तेमाल की गई सतहों को छूने से लग गया हो |
2) फेस मास्क का उपयोग
जब आप किसी व्यक्ति के आस-पास हों जो संक्रमित है, तो फेस मास्क का उपयोग आपको सर्दी (जुकाम) से संक्रमित होने से बचा सकता है |
3) जब कोई संक्रमित व्यक्ति आपके आस-पास हो तो अपना चेहरा छूने से बचें
जी हाँ दोस्तों आपने सही पढ़ा |
आपको अपने चेहरे (विशेषकर आपकी नाक और आंखों के क्षेत्रों) को छूने से बचना चाहिए जब कोई सर्दी (जुकाम) से संक्रमित व्यक्ति आपके आस-पास हो और वह सतहों को दूषित (contaminate) कर रहा हो |
4) अपनी घरेलू सतहों को साफ रखें
एक संक्रमित व्यक्ति दरवाजे के हैंडल (doorknobs), बिजली के स्विच, रिमोट कंट्रोल, आदि का उपयोग करके उन्हें दूषित (contaminate) कर सकता है |
तो, आपको अक्सर इन सतहों को एक अच्छे कीटाणुनाशक के साथ कीटाणुरहित करना चाहिए, जब आपके परिवार में कोई सामान्य सर्दी (जुकाम) से संक्रमित हो |
5) यदि परिवार का कोई सदस्य सर्दी (जुकाम) से पीड़ित है, तो वस्तुओं को साझा करने से बचें
दोस्तों, यदि आपके परिवार में कोई व्यक्ति सर्दी (जुकाम) से संक्रमित है, तो आपको उस सदस्य के साथ पीने के गिलास, कप या बर्तन साझा नहीं करना चाहिए |
इससे बच्चों में बीमारी के प्रसार को रोकने में बहुत मदद मिल सकती है |
6) स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें
नियमित रूप से व्यायाम करना, संतुलित आहार खाना और पर्याप्त नींद लेना जैसी स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है; यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाएगा |
और अगर आप सर्दी (जुकाम) से पीड़ित हो जाते हैं, तो आपका शरीर इस संक्रमण से आसानी से लड़ सकता है |
सर्दी (जुकाम) की दवा या इसका इलाज क्या है? (What is the Treatment of the Common Cold in Hindi?)
दोस्तों, सबसे पहले आप मुझे यह बताइए कि आप में से कितने लोगों ने अपने चिकित्सक से सर्दी (जुकाम) की दवा या इसके इलाज के लिए पूछा है?
मुझे लगता है कि आप में से अधिकांश ने पूछा है |
और आपके डॉक्टर ने आपको यह भी बताया होगा कि चिकित्सा विज्ञान में सर्दी (जुकाम) की कोई दवा या इलाज नहीं है |
दोस्तो, क्या आप ये जानते हैं कि आपका डॉक्टर 100% सही है |
जी हाँ दोस्तो, अब तक एक भी ऐसी एंटीवायरल दवा नहीं है, जो सर्दी (जुकाम) पैदा करने वाले वायरस से लड़ सके |
जैस कि आप सभी जानते हैं कि यह संक्रमण 200 से अधिक विभिन्न वायरस उपभेदों के कारण होता है | इसलिए एंटीबायोटिक्स का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इन दवाओं का उपयोग बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है।
सर्दी (जुकाम) की कोई दवा या कोई इलाज नहीं है; यह एक आत्म-सीमित बीमारी (self-limiting disease) है जो समय के साथ अपने आप ठीक हो जाती है |
जिस दौरान आपका शरीर संक्रमण से लड़ रहा होता है, उसी दौरान सर्दी (जुकाम) का जो इलाज किया जाता है वह पूरी तरह से सर्दी (जुकाम) से संबंधित लक्षणों से राहत दिलाने के लिए किया जाता है |
सर्दी (जुकाम) की दवा या इलाज निम्नलिखित मुख्य श्रेणियों में आता है (Common cold treatment falls into following main categories in Hindi):
सर्दी (जुकाम) की ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाएं (Over-The-Counter (OTC) Medicines for the Common Cold in Hindi)
दोस्तो, सर्दी (जुकाम) के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाओं में आमतौर पर एंटीहिस्टामाइन (antihistamines), दर्द निवारक और डिकंजेस्टेन्ट (decongestants) होती हैं |
दर्द निवारक (Pain relievers in Hindi)
बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द के लिए कई लोग दर्द निवारक दवाओं का उपयोग करते हैं। ज्यादातर इस्तेमाल किए जाने वाले दर्द निवारक इबुप्रोफेन (ibuprofen) और एसिटामिनोफेन (acetaminophen) हैं |
एंटिहिस्टामाइन्स (Antihistamines)
ये छींकने (sneezing), बहती नाक, और गीली आँखों (watery eyes) जैसे लक्षणों से राहत देते हैं |
डिकंजेस्टेन्ट (decongestants in Hindi)
दोस्तो, ये डिकंजेस्टेन्ट (decongestants) बंद नाक के लक्षणों को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है और ऊपरी श्वसन मार्ग में जमाव से राहत दिलाने में सहायक होता है | ये टैबलेट, सिरप, और नेज़ल ड्रॉप या स्प्रे के रूप में उपलब्ध हैं |
डिकंजेस्टेन्ट नेज़ल ड्रॉप या स्प्रे (Decongestant nasal drops or sprays in Hindi)
ये नेज़ल ड्रॉप या स्प्रे नाक गुहा (nasal cavity) को साफ करने में मदद करते हैं | इन्हें एक बार में सात दिनों से ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए | इन स्प्रे का इस्तेमाल छह साल से छोटे बच्चों में नहीं करना चाहिए |
कफ सिरप
एंटीहिस्टामाइन और कफ सप्रेसेंट (cough suppressants) वाले कफ सिरप खांसी, छींकें आना, और गले में खराश को दूर करने में मदद करते हैं |
सर्दी (जुकाम) की वैकल्पिक दवा (Alternative Medicine in Hindi)
दोस्तो, नीचे मैं आपको सर्दी (जुकाम) की कुछ वैकल्पिक दवाओं के बारे में बता रहा हूँ:
विटामिन सी
विटामिन सी का नियमित सेवन सर्दी (जुकाम) होने की आपकी संभावनाओं को कम तो नहीं करता है, परंतु इसके लक्षणों की अवधि को कम जरूर करता है |
जिंक (Zinc)
पहले लक्षण के प्रकट होने के 24 घंटे के भीतर जिंक या जिंक लोजेंजेस (zinc lozenges) लेना सर्दी (जुकाम) के लक्षणों की अवधि और गंभीरता को कम कर सकता है |
खराब स्वाद और मतली इसके कुछ दुष्प्रभाव हैं |
इंट्रानेज़ल जिंक कोल्ड रेमेडीज (Intranasal zinc cold remedies) का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये दीर्घकालिक या स्थायी (long term or permanent) रूप से सूंघने की शक्ति को नुकसान पहुंचा सकती हैं |
इचिनेशिया (Echinacea)
दोस्तो, इचिनेशिया डेज़ी परिवार से संबंधित है | इस पौधे की पत्तियों और जड़ों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है | यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकता है |
इचिनेशिया (Echinacea) से आपको सर्दी (जुकाम) होने की संभावना कम हो सकती है और इसके लक्षणों की अवधि भी कम हो सकती है | यदि आपको इचिनेशिया से एलर्जी नहीं है तो ही आपको इसका उपयोग करना चाहिए |
सर्दी (जुकाम) के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for the Common Cold in Hindi)
दोस्तो, नीचे सर्दी (जुकाम) के लिए कुछ शीर्ष घरेलू उपचार बता रहा हूँ:
आहार
सर्दी (जुकाम) के दौरान, आपको कम वसा और उच्च फाइबर युक्त आहार लेना चाहिए |
तरल पदार्थों का खूब सेवन करें
हां दोस्तों, आपको हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए सर्दी (जुकाम) के दौरान बहुत सारे तरल पदार्थ पीने चाहिए | पानी, जूस, गुनगुना नींबू पानी, आदि जैसे तरल पदार्थों का सेवन किया जा सकता है | लेकिन शराब का सेवन नहीं करना चाहिए |
पर्याप्त आराम करें
आपको आराम करना चाहिए, और अपने काम या स्कूल से छुट्टी ले लेनी चाहिए | आराम करने से आपको तेजी से ठीक होने में मदद मिलेगी |
गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें
गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने के लिए, आपको लगभग 250 मिलीलीटर गर्म पानी में ½ चम्मच नमक मिलाकर गरारे करने चाहिए | यह कुछ समय के लिए गले में खराश से राहत देता है |
यह आपके गले को हाइड्रेट करता है, और इसमें मौजूद नमक संक्रमण से लड़ने में मदद करता है | आप दिन में दो से तीन बार गरारे कर सकते हैं |
सेलाइन नेज़ल ड्रॉप (Saline nasal drops)
आप इन ड्रॉप्स को बाजार से खरीद सकते हैं | ये बंद नाक से राहत दिलाने में बहुत मददगार हैं |
चिकन सूप का सेवन
चिकन सूप जैसे गर्म तरल पदार्थ नाक के जमाव को कम करने, और बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करते हैं | ये आपके गले की खराश को भी शांत करते हैं |
अपने कमरे के तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित करें
अपने कमरे को गर्म और नम रखने से कंजेशन (congestion) और खांसी में आराम मिल सकता है |
अगर आपके कमरे की हवा शुष्क है तो आप ह्यूमिडिफायर (humidifier) का उपयोग कर सकते हैं |
सर्दी (जुकाम) के कुछ और प्राकृतिक घरेलू उपचार (Some more Natural Home Remedies for the Common Cold in Hindi)
दोस्तो, नीचे मैं आपको सर्दी (जुकाम) की घरेलू दवा या कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचार बता रहा हूँ, जिनका उपयोग आप घर पर इस संक्रमण से राहत पाने के लिए कर सकते हैं:
दालचीनी और शहद (Cinnamon and honey)
½ चम्मच दालचीनी पाउडर और 1 बड़ा चम्मच शहद लें |
इन्हें अच्छी तरह से मिलाएं और इस मिश्रण का सेवन करें | आप दिन में 1 से 2 बार इस मिश्रण का सेवन कर सकते हैं |
दालचीनी के एंटीवायरल गुणों के कारण, आपको सर्दी जुकाम के लक्षणों से राहत मिलेगी |
हल्दी वाला दूध (Turmeric milk in Hindi)
एक गिलास गर्म दूध लें और उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं |
इस दूध को रात को सोते समय पिएं; यह आपको सर्दी (जुकाम) के लक्षणों से राहत देगा |
आप इस दूध का सेवन हर रात तब तक कर सकते हैं जब तक आपकी सर्दी दूर नहीं हो जाती |
अदरक और शहद (Ginger and honey)
1 चम्मच शहद में ¼ चम्मच अदरक का रस मिलाएं |
इस मिश्रण का सेवन करने से आपके संक्रमण के लक्षण होंगें |
सर्दी (जुकाम) के लिए काढ़ा (A Decoction for the Common Cold in Hindi)
दोस्तो, मैं अब आपको सर्दी (जुकाम) की एक ऐसी दवा बताने जा रहा हूँ, जिसे आप घर पर ही तैयार कर सकते हैं |
यह एक काढ़ा है और इस काढ़े को बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
पानी | 2 गिलास |
लौंग | 2 |
शहद | 1 चम्मच |
काली मिर्च | 2 |
तुलसी (Holy basil) | 5 पत्ते |
अदरक (Ginger) | एक छोटा टुकड़ा (लगभग 1 इंच लंबा) |
अदरक का एक टुकड़ा, 5 तुलसी के पत्ते, 2 लौंग और 2 काली मिर्च को मिलाकर पीस लें |
अब इसमें 2 गिलास पानी डालें, और इसे आंच पर रख दें |
इस मिश्रण को तब तक गर्म करें जब तक पानी आधी मात्रा में यानि 1 गिलास न रह जाए | अब इस गर्म मिश्रण को छान लें | आपका काढ़ा तैयार है |
इस काढ़े में 1 चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें |
यह आपको सर्दी (जुकाम) के लक्षणों से राहत दे सकता है क्योंकि इस काढ़े में इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियों में एंटीवायरल गुण होते हैं |
आप दिन में एक से दो बार इस काढ़े के एक एक गिलास का सेवन कर सकते हैं |
सर्दी (जुकाम) के लिए पूर्वानुमान क्या है? (What is the Prognosis for the Common Cold in Hindi?)
दोस्तों, सर्दी (जुकाम) के लिए पूर्वानुमान (Prognosis) बहुत अच्छा होता है | आमतौर पर इसके अधिकांश लक्षण एक सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं |
इस संक्रमण से संक्रमित अधिकांश वयस्क 7 से 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं, जबकि अधिकांश बच्चे 10 से 15 दिनों के समय में ठीक हो जाते हैं | हालांकि, कुछ वायरल उपभेदों को पूरी तरह से ठीक होने में तीन सप्ताह तक का समय लग सकता है |
यह संक्रमण बहुत बूढ़े लोगों या छोटे बच्चों या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में जटिलताएं भी पैदा कर सकता है |
सर्दी (जुकाम) की सबसे आम जटिलताओं में बैक्टीरियल साइनोसाइटिस (bacterial sinusitis), ओटिटिस मीडिया (otitis media – मध्य कान का एक बैक्टीरियल संक्रमण), या बैक्टीरियल फेरींजाइटिस (bacterial pharyngitis) हैं |
हालांकि यहं बहुत ही असामान्य है, लेकिन निमोनिया भी कुछ व्यक्तियों में एक जटिलता के रूप में विकसित हो सकता है |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions in Hindi)
प्रश्न: सर्दी (जुकाम) कब तक रहता है? (How long does the common cold last in Hindi?)
उत्तर: दोस्तों, वायरस के प्रारंभिक संपर्क में आने के 2 दिनों के भीतर सर्दी (जुकाम) के लक्षण दिखाई देते हैं | और वायरस के संपर्क से 8 से 10 दिनों के भीतर, अधिकांश लोग आमतौर पर ठीक होने लगते हैं |
लेकिन इस संक्रमण के कारण वायरस के कुछ उपभेदों में 3 सप्ताह तक का समय लग सकता है |
प्रश्न: क्या सर्दी (जुकाम) एक वायरल संक्रमण है या एक बैक्टीरियल संक्रमण? (Is the common cold a viral or a bacterial infection in Hindi?)
उत्तर: सर्दी (जुकाम) वायरस के 200 से अधिक विभिन्न उपभेदों के कारण होती है; इसलिए यह एक वायरल संक्रमण है |
प्रश्न: क्या आपको सर्दी (जुकाम) के साथ बुखार भी होता है? (Do you get a temperature with a cold in Hindi?)
उत्तर: सर्दी (जुकाम) के अन्य लक्षणों के साथ बुखार मौजूद हो भी सकता है या नहीं भी हो सकता |
वयस्कों में बुखार का होना असामान्य है, लेकिन यदि हो तो कम श्रेणी का बुखार होता है | बच्चों में जुकाम के अन्य के साथ बुखार होने की संभावना अधिक होती है |
प्रश्न: सर्दी (जुकाम) के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स क्यों मदद नहीं कर सकते हैं? (Why antibiotics can’t help to treat the Common Cold in Hindi?)
उत्तर: दोस्तों, एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया के संक्रमण का इलाज करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं हैं और आप जानते हैं कि सर्दी (जुकाम) एक वायरल संक्रमण है; इसलिए एंटीबायोटिक्स वायरस के इलाज में किसी काम के नहीं हैं |
प्रश्न: सर्दी (जुकाम) के लिए वैक्सीन क्यों नहीं है? (Why is there not a Vaccine for the Common Cold in Hindi?)
उत्तर: एक वैक्सीन किसी विशेष बीमारी के खिलाफ सक्रिय अधिग्रहित प्रतिरक्षा (active acquired immunity) प्रदान करती है |
लेकिन दोस्तों, सर्दी (जुकाम) के लिए कोई वैक्सीन नहीं है |
जुकाम के लिए एक वैक्सीन विकसित करने में मुख्य कठिनाई यह है कि 200 से अधिक विभिन्न वायरस उपभेद हैं जो इस संक्रमण का कारण बनते हैं |
अस्वीकरण (DISCLAIMER): इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है | किसी भी उपाय / नुस्खे / दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है | हमारे किसी उपाय / नुस्खे / दवा आदि के इस्तेमाल से यदि किसी को कोई नुकसान होता है, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी |
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