जिंक के स्रोत, फायदे और नुकसान – Zinc Ke 18 Fayde in Hindi

जिंक (जस्ता) क्या है? – What Is Zinc (Zn) in Hindi?

दोस्तों, इस लेख में हम जिंक (Zinc in Hindi) के उपयोग, फायदे, स्वास्थ्य लाभ, खुराक, मात्रा, कमी, खाद्य स्रोत, और नुकसान के बारे में जानेंगे|

लेकिन उससे पहले मैं आपको बताऊंगा कि जिंक या जस्ता (Zinc) क्या है|

दोस्तों यह एक धातु है जिसका रासायनिक चिन्ह Zn और परमाणु क्रमांक (atomic number) 30 है| यह कमरे के तापमान पर थोड़ा भंगुर (brittle) होता है| यह पृथ्वी की ऊपरी तह (earth’s crust) में 24 वां सबसे प्रचुर मात्रा में तत्व है|

चूँकि मानव शरीर को इसकी बहुत कम मात्रा में आवश्यकता होती है, इसलिए इसे एसेंशियल ट्रेस एलेमेन्ट (essential trace element) भी कहा जाता है| आपका शरीर इसका उत्पादन या अतिरिक्त जिंक का भंडारण नहीं कर सकता है, इसलिए आपको इसकी आपूर्ति निरंतर अपने आहार के माध्यम से करनी पड़ती है|

शरीर में इसकी कई आवश्यक भूमिकाएँ हैं और यह शरीर में 300 से अधिक विभिन्न एंजाइमों की गतिविधि के लिए आवश्यक है|

यह एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) के लिए आवश्यक है और इसकी कमी आपको संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकती है|

संयुक्त राज्य अमेरिका में जिंक (जस्ता) के लिए रेकमेंडेड डाइटरी अलाउंस (Recommended Dietary Allowance) महिलाओं के लिए 8 मिलीग्राम और पुरुषों के लिए 11 मिलीग्राम प्रति दिन है|

मांस, चिकन, मछली, सीप (oyster) और फलियां जिंक के मुख्य खाद्य स्रोत हैं|

इसकी कमी तब हो सकती है जब आप अपने आहार से इसका पर्याप्त मात्रा में सेवन न करें| बच्चों में इसकी कमी से छोटा कद (short stature), तीव्र दस्त और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है|

दोस्तों, ऐसा अनुमान है कि जिंक की कमी से दुनिया की लगभग 17% आबादी प्रभावित होती है|

वयस्कों में इसकी कमी से भूख में कमी, स्वाद की खराब भावना, खुरदरी और शुष्क त्वचा, दस्त, घाव का धीरे-धीरे ठीक होना, तथा संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है|

जिंक (जस्ता) के 18 फायदे और स्वास्थ्य लाभ क्या हैं? – What Are The Uses And Health Benefits Of Zinc (Zn) in Hindi?

दोस्तों, नीचे मैं जिंक (Zinc) के महत्वपूर्ण 18 फायदे और स्वास्थ्य लाभ के बारे में बता रहा हूँ – (Zinc ke Fayde aur Nuksan in Hindi)

1) जिंक (जस्ता) आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है – Zinc (Zn) Boosts Your Immune System in Hindi

जिंक (Zinc) शरीर में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के प्रति आपकी प्रतिरोधक क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| ऐसा इसलिए है क्यूंकि इम्यून सेल फंक्शन (immune cell function), और सेल सिग्नलिंग (cell signaling) के लिए इसकी आवश्यकता होती है|

इसकी कमी आपको संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकती है|

दोस्तो, वायरस पर इसके निरोधात्मक प्रभाव के कारण जिंक सामान्य सर्दी को रोकने, और इसका इलाज करने में मदद करता है|

2) जिंक कैंसर से लड़ने में मदद करता है – Zinc Helps To Combat Cancer in Hindi

यह कैंसर के इलाज में मदद कर सकता है|

एक अध्ययन से यह पता चला है कि जिंक एंजियोजेनेसिस (angiogenesis – नई रक्त वाहिकाओं का निर्माण) को कम करके, और कैंसर कोशिकाओं में एपोप्टोसिस (apoptosis – क्रमादेशित कोशिका मृत्यु का एक रूप) को बढ़ावा देकर कैंसर पर लाभकारी प्रभाव डालता है | (1)

3) जिंक (जस्ता) मधुमेह प्रबंधन में मदद कर सकता है – Zinc (Zn) May Help In Diabetes Management in Hindi

जिंक (Zinc) का ग्लाइसेमिक नियंत्रण (glycemic control) पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है|

टाइप 2 मधुमेह में, एमिलिन (amylin) नामक प्रोटीन घने गुच्छों का निर्माण करता है और ये गुच्छे इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को बंद कर देते हैं, जिससे रक्त शर्करा अनियंत्रित होती है| लेकिन दोस्तो, अध्ययन में पाया गया है कि जिंक एमिलिन को गलत व्यवहार करने से रोकता है (2)|

यह खनिज इंसुलिन (एक अग्नाशयी हार्मोन) और अग्नाशयी एंजाइमों (pancreatic enzymes) का उत्पादन करने के लिए भी आवश्यक है|

यह मधुमेह से पीड़ित मोटे लोगों में शरीर के वजन को कम करने में भी मदद करता है|

4) यह वजन घटाने में मदद करता है – It Helps in Weight Loss in Hindi

जिंक आपके मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| इसकी कमी वाले व्यक्तियों में अपने आहार पर सख्त नियंत्रण रखने के बावजूद अस्पष्टीकृत वजन बढ़ने की दिक्कत, या अपने वजन को नियंत्रित करने में कठिनाई हो सकती है|

इसके अनुपूरण (supplementation) से स्वस्थ मोटे वयस्कों में बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और शरीर के वजन को कम करने में मदद मिलती है|

5) जिंक (जस्ता) मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाता है – Zinc (Zn) Can Boost Brain Health in Hindi

दोस्तो, कई अध्ययनों से मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर इस खनिज के लाभकारी प्रभावों का पता चला है|

एक अध्ययन में कुछ प्रकार के सिज़ोफ्रेनिया (schizophrenia) के इलाज के लिए जिंक (zinc) को सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया गया है (3)|

यह खनिज मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा करने और तंत्रिका तंत्र (nervous system) में उपचार प्रक्रियाओं (healing processes) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|

यह खनिज पूरे शरीर के ऊतकों और तरल पदार्थों में मौजूद होता है, लेकिन इसकी उच्चतम मात्रा मस्तिष्क में मौजूद होती है| न्यूरोनल संचार (neuronal communication) को विनियमित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है, जो स्मृति और सीखने को प्रभावित करता है|

6) जिंक (जस्ता) दिल की रक्षा करता है – Zinc Protects The Heart in Hindi

अध्ययनों से पता चला है कि शरीर में जिंक का स्तर न केवल आवश्यक चयापचय कार्यों को प्रभावित करता है बल्कि हृदय की मांसपेशियों को भी प्रभावित करता है| यह खनिज हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress) से बचा सकता है| इस अध्ययन से हृदय क्रिया और शरीर में मौजूद जिंक की कुल मात्रा के बीच संबंध का भी पता चला है (4)|

यह दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है| एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि पर्याप्त जिंक अनुपूरण (zinc supplementation) एनजाइना पेक्टोरिस (सीने में दर्द या हृदय की मांसपेशियों में अपर्याप्त रक्त प्रवाह के कारण बेचैनी) को रोकने में मदद कर सकता है (5)|

7) यह हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद है – It Is Beneficial For The Bones and Teeth in Hindi

हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जिंक (zinc) एक आवश्यक खनिज है| इसके सेवन से हड्डियों का नुकसान (bone loss) कम होता है|

तांबे, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन डी, और बोरॉन के साथ इसका अनुपूरण (supplementation) हड्डियों के नुकसान को रोकने और कम करने में सहायक पाया गया है|

यह दंत कठोर ऊतकों (dental hard tissues) और लार में मौजूद एक महत्वपूर्ण ट्रेस एलेमेन्ट (trace element) है। यह दंत क्षय (dental caries), पेरियोडोंटाइटिस (periodontitis), और मसूड़े की सूजन (gingivitis) जैसे मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं के खिलाफ बहुत प्रभावी है (6)|

मौखिक स्वास्थ्य में इसकी भूमिका के कारण, दांत का मैल या प्लाक (dental plaque) को रोकने के लिए इसका उपयोग कई मौखिक स्वास्थ्य उत्पादों (oral health care products) में किया जाता है|

टूथपेस्ट और माउथवॉश में सांसों की दुर्गंध को रोकने के लिए चिलेटेड जिंक (chelated zinc) का उपयोग किया जाता है|

8) जिंक ( जस्ता) पाचन में सुधार करता है – Zinc Improves Digestion in Hindi

यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एपिथेलियल बैरियर फंक्शन (gastrointestinal epithelial barrier function) की अखंडता को बढ़ावा देता है| इस प्रकार यह दस्त जैसी कई पाचन संबंधी समस्याओं को रोकता है (7)|

यह 300 से अधिक एंजाइमों की क्रिया के लिए आवश्यक है और इनमें से कई एंजाइम आपके भोजन, विशेष रूप से प्रोटीन को छोटे अणुओं में तोड़ने में मदद करते हैं| इसलिए जिंक की कमी वाले व्यक्ति आमतौर पर पाचन संबंधी गड़बड़ी का अनुभव करते हैं, और इनमें से सबसे आम है प्रोटीन को पचाने में कठिनाई|

दोस्तो, शोध से पता चला है कि जिंक की अल्पकालिक कमी भी आपके पाचन को खराब कर सकती है (8)|

9) जिंक (जस्ता) दृष्टि को बेहतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है – Zinc Plays An Important Role In Maintaining Vision in Hindi

जिंक आंखों में विशेष रूप से रेटिना और कोरॉयड (choroid ) में उच्च सांद्रता (concentration) में मौजूद होता है|

यह विटामिन ए (Vitamin A) को लीवर से रेटिना तक लाने में मदद करता है जिससे मेलेनिन बनता है, जो आंखों में एक सुरक्षात्मक वर्णक (protective pigment) है|

दोस्तो, इसकी कमी से रेटिना में बदलाव आ सकता है|

एक अध्ययन से पता चला है कि इसका अनुपूरण (supplementation) उम्र से संबंधित मैकुलर डिजनरेशन (age-related macular degeneration) को रोक सकता है|

जो लोग अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में जिंक का सेवन करते हैं, उनमें इस उम्र से संबंधित दृष्टि हानि (या मैकुलर डिजनरेशन) विकसित होने का जोखिम कम होता है|

यह खराब नाईट विज़न (poor night vision) और मोतियाबिंद को भी रोक सकता है (9)|

10) जिंक तेजी से घाव भरने में मदद करता है – Zinc Accelerates Wound Healing in Hindi

जिंक (zinc) कोलेजन संश्लेषण (collagen synthesis) और सूजन प्रतिक्रिया (inflammatory response) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है; और ये दोनों ही घाव के अच्छे से भरने के लिए बहुत आवश्यक हैं| इसलिए जिंक (Zinc) का उपयोग अल्सर, बर्न्स (burns), और त्वचा की अन्य चोटों के उपचार में किया जाता है|

इसके पूरक (supplementation) से घाव तेजी से ठीक हो सकता है, जबकि इसकी कमी से घाव भरने की गति धीमी हो सकती है|

ग्रेड 3 डायबिटिक फुट अल्सर वाले 60 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि प्लेसीबो समूह की तुलना में 12 सप्ताह के लिए 50 मिलीग्राम एलिमेंटल जिंक सप्लीमेंट (elemental zinc supplement) के साथ इलाज करने वाले लोगों के अल्सर की लंबाई और चौड़ाई में उल्लेखनीय कमी आई (10)|

11) यह पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है – It Boosts Men’s Sexual Health in Hindi

जिंक टेस्टोस्टेरोन (testosterone) के उत्पादन में पुरुष शरीर की मदद करता है, जो इसकी कमी के कारण इरेक्टाइल डिसफंक्शन का मुख्य कारण हो सकता है|

एक अध्ययन ने यह साबित कर दिया है कि इसका अनुपूरण (supplementation) स्वस्थ पुरुष वयस्कों में टेस्टोस्टेरोन बढ़ा सकते हैं (11)|

एक अन्य अध्ययन से यह भी संकेत मिलता है कि इसके पूरक से शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है और इसकी कमी शुक्राणुओं की निम्न गुणवत्ता और पुरुष बांझपन (male infertility) के लिए एक जोखिम कारक हो सकती है (12)|

प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) के स्वास्थ्य का बनाये रखने के लिए शरीर में पर्याप्त जिंक (जस्ता) के स्तर की आवश्यकता होती है| इसकी दीर्घकालिक कमी बेनाइन प्रोस्टैटिक हाईपरप्लासिया (BPH – बीपीएच) के विकास के जोखिम को बढ़ा सकती है| इसकी पूरकता बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि में मूत्र संबंधी लक्षणों को कम करने में सहायता कर सकती है|

12) जिंक (जस्ता) क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम से लड़ सकता है – Zinc Can Fight Chronic Fatigue Syndrome (CFS) in Hindi

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम (सीएफएस) एक ऐसा विकार है जिसमें अत्यधिक थकान होती है और जो कम से कम छह महीने तक रहती है, तथा इसे अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति (underlying medical condition) द्वारा समझाया नहीं जा सकता|

सीएफएस (CFS) का संबंध बढ़े हुए ऑक्सीडेटिव तनाव के साथ है और चूंकि जिंक एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है, इसलिए यह इस विकार से लड़ने में मदद करता है (13)|

जिंक ऊर्जा के स्तर को भी बढ़ा सकता है क्योंकि यह शरीर की कई प्राकृतिक प्रक्रियाओं के लिए एक आवश्यक खनिज है|

13) यह गर्भावस्था के दौरान मददगार हो सकता है –  It May Be Helpful During Pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के दौरान जिंक का सेवन समय से पहले शिशु के जन्म (preterm births)  को कम करने में मदद कर सकता है|

इसकी कमी से समय से पहले शिशु का जन्म या लंबे समय तक प्रसव (prolonged labor) हो सकता है|

जनसंख्या अध्ययनों से पता चला है कि दुनिया भर में 80% से अधिक गर्भवती महिलाओं में जिंक की कमी है (14)|

फोलेट जैसे अन्य पोषक तत्वों के साथ जिंक का पूरक गर्भावस्था के दौरान अनुकूल परिणाम दे सकता है|

14) यह बच्चों में दस्त के इलाज में सहायक है – It Is Helpful In Treating Diarrhea In Children in Hindi

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल पांच साल से कम उम्र के लगभग दस लाख से अधिक बच्चे दस्त के कारण तरल पदार्थ की कमी और निर्जलीकरण से मर जाते हैं|

इसका अनुपूरण बच्चों में डायरिया के एपिसोड्स (diarrheal episodes) के उपचार में बहुत सहायक होता है| हाल के अध्ययनों से पता चला है कि कम सांद्रता वाले मौखिक पुनर्जलीकरण समाधानों (oral rehydration solutions) के साथ जिंक (जस्ता) को देने से यह डायरिया के एपिसोड्स की अवधि और गंभीरता को कम कर सकता है (15)|

विश्व स्वास्थ्य संगठन तीव्र दस्त (acute diarrhea) वाले बच्चों में 10-14 दिनों के लिए जिंक (जस्ता) पूरक की सिफारिश करता है, ताकि दस्त की गंभीरता को कम किया जा सके और अगले दो से तीन महीनों में पुनरावृत्ति को भी रोका जा सके|

15) यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है – It Helps To Detoxify The Body in Hindi

जिंक आपके शरीर की कोशिकाओं से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है| यह एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है, जो आपके शरीर में मुक्त कणों (free radicals) को नष्ट करता है और शरीर से भारी धातुओं (heavy metals) को निकालने में सहायक होता है|

यह लीवर की कार्यशीलता को को बढ़ाने में मदद करता है| इसकी कमी अक्सर कई प्रकार के लीवर रोगों जैसे अल्कोहलिक लीवर डिजीज (ALD) और वायरल लीवर डिजीज में देखी जाती है। (16)

16) जिंक मुँहासों के इलाज में मदद कर सकता है – Zinc May Help To Treat Acne in Hindi

मुँहासे एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है जो तब होता है जब आपके बालों के रोम  (hair follicles) मृत त्वचा कोशिकाओं और त्वचा द्वारा निकले तेल से भर जाते हैं|

एक अध्ययन से पता चला है कि मुँहासे के रोगियों में जिंक का स्तर कम होता है| यह खनिज मुँहासे के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है (17)|

जिंक केराटिनोसाइट्स (keratinocytes – जो केराटिन का उत्पादन करता है) की गतिविधि को कम करता है| केराटिन का अत्यधिक उत्पादन बालों के रोम को अवरुद्ध कर सकता है और इस प्रकार मुँहासे पैदा कर सकता है|

यह खनिज  मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया (Propionibacterium acnes) को मारने और सूजन से लड़ने के लिए भी जाना जाता है|

जिंक के उपरोक्त गुण आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करते हैं| यही कारण है कि इसका उपयोग त्वचा रोगों के इलाज के लिए क्रीम और मलहम में किया जाता है|

जिंक (जिंक ऑक्साइड के रूप में) अक्सर गर्मियों में सनबर्न (sunburn) और सर्दियों में विंडबर्न (windburn) से बचाने के लिए सामयिक उत्पादों (topical preparations) में उपयोग किया जाता है|

17) यह बालों के विकास को बढ़ावा देता है – It Boosts Hair Growth in Hindi

जिंक बालों के ऊतकों के विकास और मरम्मत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्वस्थ बालों को बनाए रखने में मदद करता है।

बालों का झड़ना जिंक की कमी का लक्षण है (18)|

जिंक के सप्लीमेंट्स का उपयोग इसकी कमी से होने वाले बालों के झड़ने को कम कर सकता है|

डैंड्रफ को रोकने के लिए इस खनिज (जिंक पाइरिथियोन – zinc pyrithione के रूप में) को शैंपू में शामिल किया जाता है|

18) यह पीएमएस के लक्षणों से राहत दिला सकता है – It May Relieve PMS Symptoms in Hindi

पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम – Premenstrual syndrome)  में एक महिला की भावनाओं, व्यवहार और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न प्रकार के संकेत और लक्षण (signs and symptoms) होते हैं|

यह एक बहुत ही सामान्य स्थिति है और हर 4 मासिक धर्म वाली महिलाओं में से लगभग 3 ने पीएमएस के किसी न किसी रूप का अनुभव किया है|

जिंक सप्लीमेंट्स का सेवन पीएमएस के लक्षणों में सुधार के साथ जुड़ा हुआ है (19)|

जिंक (जस्ता) की अनुशंसित दैनिक खुराक क्या है? – What Is The Recommended Daily Dosage of Zinc (Zn) in Hindi?

वयस्क पुरुषों के लिए जिंक की अनुशंसित दैनिक खुराक (recommended daily dosage) 11 मिलीग्राम है और वयस्क महिलाओं के लिए 8 मिलीग्राम है|

इस खनिज के लिए सहनीय ऊपरी स्तर (tolerable upper level) प्रतिदिन 40 मिलीग्राम है| लेकिन जो लोग जिंक की कमी से पीड़ित हैं उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह के बाद उच्च मात्रा लेने की आवश्यकता हो सकती है|

गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को क्रमशः 11 मिलीग्राम और 12 मिलीग्राम प्रति दिन की मात्रा लेनी चाहिए|

दोस्तो, यहाँ एक बात उल्लेखनीय है कि यदि आपको जिंक (zinc) के पूरक (supplements) लेने की आवश्यकता है, तो आपको इसके अवशोषित रूप (जैसे साइट्रेट, आदि) लेने चाहिए और इसके खराब अवशोषित रूपों (जैसे ऑक्साइड, आदि) से बचना चाहिए|

जिंक (जस्ता) की कमी के लक्षण क्या हैं? – What Are The Symptoms Of Zinc (Zn) Deficiency in Hindi?

विशेष रूप से विकासशील देशों में हल्के रूप में जिंक की कमी आम हैं क्योंकि इन देशों में आहार में आमतौर पर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है|

ऐसा अनुमान है कि जिंक (zinc) की कमी से विश्व की जनसंख्या का लगभग 17% भाग प्रभावित होता है|

जिंक की गंभीर कमी (severe zinc deficiency) दुर्लभ है, और यह दुर्लभ आनुवंशिक उत्परिवर्तन (rare genetic mutations) वाले लोगों, शराब की लत वाले लोगों या कुछ प्रतिरक्षा-दमनकारी दवाएं (immune-suppressing medicines) लेने वाले लोगों में हो सकती है।

वयस्कों में जिंक की कमी के सबसे आम लक्षण – Most Common Symptoms Of Zinc Deficiency In Adults in Hindi

  • पाचन समस्याएं (जैसे दस्त)
  • बाल झड़ना
  • क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम (Chronic fatigue syndrome)
  • खराब एकाग्रता और याददाश्त
  • बांझपन
  • प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों का बिगड़ना (worsened PMS symptoms)
  • घाव का धीमी गति से भरना
  • भूख में कमी
  • रूखी और शुष्क त्वचा
  • संक्रमण का खतरा बढ़ना

बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण – Symptoms Of Zinc Deficiency in Children in Hindi

  • त्वचा के चकत्ते (skin rashes)
  • तीव्र दस्त (acute diarrhea)
  • विलंबित यौन परिपक्वता (delayed sexual maturity)
  • छोटा कद (short stature)
  • संक्रमण का खतरा बढ़ना (increased risk of infections)
  • घाव का धीमी गति से भरना (slow wound healing)

दोस्तो, जिंक (zinc) की कमी का प्रयोगशाला परीक्षणों से आसानी से पता नहीं चल पाता है क्योंकि आपके शरीर का जिंक के स्तर पर करीबी नियंत्रण होता है| इसलिए, यदि किसी व्यक्ति के प्रयोगशाला परीक्षण (laboratory tests) सामान्य हैं, तब भी उसमें जिंक की कमी हो सकती है|

इसलिए डॉक्टर आपके रक्त परीक्षण के साथ-साथ आपके जोखिम कारकों (जैसे खराब डाइट, शराब का सेवन, आदि) पर भी विचार करते हैं ताकि यह तय किया जा सके कि आपको इसके पूरक (सप्लीमेंट) की आवश्यकता है या नहीं|

जिंक की कमी के जोखिम में कौन है? – Who Is At Risk Of Zinc Deficiency in Hindi?

निम्नलिखित लोगों को जिंक की कमी का खतरा है  – (People at risk of zinc deficiency in Hindi)

1) गर्भवती स्त्रियाँ और स्तनपान कराने वाली माताएं

2) शाकाहारी लोग

3) शराब का अधिक सेवन करने वाले लोग

4) सीलिएक रोग (celiac disease) जैसे खराब अवशोषण वाले लोग।

5) सिकल सेल एनीमिया वाले लोग

6) क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) वाले लोग

7) खराब आहार सेवन वाले लोग

8) क्रोहन रोग (Crohn’s disease) जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी रोगों वाले लोग

अत्यधिक जिंक के नुकसान (दुष्प्रभाव) क्या हैं? – What Are The Side Effects Of Excess Zinc (Zn) in Hindi?

दोस्तो, न केवल जिंक की कमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, बल्कि इसके अत्यधिक सेवन से भी आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है|

जिंक विषाक्तता का मुख्य कारण इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करना है|

इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन दीर्घकालिक या तीव्र लक्षण पैदा कर सकता है|

अत्यधिक जिंक सेवन के नुकसान (दुष्प्रभाव) निम्नलिखित हैं – (Side Effects Of Excessive Zinc Intake in Hindi)

  • दस्त
  • पेट में मरोड़
  • मतली
  • उल्टी
  • सिरदर्द
  • अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का रक्त में निम्न स्तर होना (lower blood levels of good HDL cholesterol)
  • भूख में कमी
  • शरीर के तांबे और लोहे के स्तर में बदलाव (altered body’s copper and iron levels)
    अधिक समय तक जिंक का अधिक सेवन करने से आपके शरीर में आयरन और कॉपर के अवशोषण में बाधा आ सकती है|

इसका अधिक सेवन गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं भी पैदा कर सकता है|

जिंक का वयस्कों के लिए सहनीय ऊपरी सेवन स्तर (tolerable upper intake level) भोजन और पूरक दोनों से प्रतिदिन 40 मिलीग्राम है|

दोस्तों यहाँ पर एक बात ध्यान देने वाली है कि इसकी कमी के कुछ लक्षण इसके अधिक सेवन से होने वाले नुकसान (दुष्प्रभाव) के समान ही होते हैं|

अतः अगर आप जिंक का सप्लीमेंट (supplement) ले रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से इसकी मात्रा (खुराक), रूप (जैसे साइट्रेट, ऑक्साइड, आदि), इस्तेमाल की अवधि और लेने के तरीके के बारे में जरूर पूछना चाहिए|

जिंक (जस्ता) के खाद्य स्रोत क्या हैं? – What Are The Food Sources Of Zinc (Zn) in Hindi?

जिंक पौधे और पशु मूल के खाद्य पदार्थों से प्राप्त किया जा सकता है, जिससे अधिकांश लोगों को अपने आहार से इसे पर्याप्त मात्रा में प्राप्त करना आसान हो जाता है|

जिंक युक्त खाद्य पदार्थ हैं – (zinc-rich foods in Hindi)

  • डेयरी उत्पाद – दूध, पनीर, दही।
  • पोल्ट्री (Poultry) – चिकन, टर्की, आदि।
  • मांस – सूअर का मांस, घास खिलाया गोमांस ( grass-fed beef), भेड़ का बच्चा (lamb), आदि।
  • मछली – सार्डिन, सैल्मन, आदि।
  • शेलफिश (Shellfish) – सीप, झींगा मछली, केकड़ा, आदि।
  • अंडे
  • नट और बीज – काजू, भांग के बीज (hemp seeds), कद्दू के बीज, आदि।
  • सब्जियां – मशरूम, मटर, शतावरी (asparagus), आदि।
  • साबुत अनाज – क्विनोआ (quinoa), ओट्स, ब्राउन राइस आदि।
  • फलियां – मसूर की दाल (lentils), राजमा, काले सेम (black beans), चने (chickpeas ), आदि|

पशु मूल के खाद्य स्रोतों जैसे मांस आदि में यह खनिज एक ऐसे रूप में होता है जिसे आपके शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित किया जा सकता है|

पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों में जिंक की अवशोषण दर (absorption rate of zinc) पशु-आधारित खाद्य पदार्थों की तुलना में कम होती है|

इसके सप्लीमेंट बाजार में कैप्सूल और टैबलेट के रूप में उपलब्ध हैं|

सप्लीमेंट्स में जिंक एसीटेट, ग्लाइसीनेट, साइट्रेट और सल्फेट आदि के रूप में मौजूद होता है|

इसके सर्वोत्तम अवशोषित रूप (जैसे साइट्रेट, ग्लाइसीनेट, आदि) उच्च गुणवत्ता वाले सप्लीमेंट्स (पूरक) में उपलब्ध होते हैं|

आप इसके पूरक हेल्थ फूड स्टोर (health food store) या ऑनलाइन से खरीद सकते हैं|

निष्कर्ष – Conclusion in Hindi

जिंक (zinc) एक एसेंशियल ट्रेस एलिमेंट है, जो एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली,शारीरिक विकास, चयापचय, पाचन और स्वस्थ त्वचा के लिए आवश्यक है| यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य, शीघ्र घाव भरने, और पुरुषों की प्रजनन क्षमता आदि के लिए भी आवश्यक है|

इसकी कमी से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं| इसलिए अपने आहार में इस खनिज को पर्याप्त मात्रा में लेना चाहिए|

आपको अपनी दैनिक जिंक (जस्ता) आवश्यकता प्राप्त करने के लिए संतुलित भोजन पर ध्यान देना चाहिए|

लेकिन अगर इसकी कमी हो जाए तो ही आपको सप्लीमेंट्स लेने चाहिए और वो भी निर्धारित मात्रा और रूप में|

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions in Hindi

प्रश्न: मुझे जिंक (zinc) कब लेना चाहिए? – When should I take zinc in Hindi?

उत्तर: जिंक (जस्ता) सप्लीमेंट्स सबसे ज्यादा तब प्रभावी होते हैं जब उन्हें भोजन से एक घंटे पहले या भोजन के दो घंटे बाद लिया जाता है| लेकिन अगर ये सप्लीमेंट्स मतली, उल्टी या पेट में ऐंठन का कारण बनते हैं, तो आपको इन्हें भोजन के साथ लेना चाहिए (डॉक्टर से परामर्श करने के बाद)|

प्रश्न: जिंक के साथ कौन सी दवाएं नहीं लेनी चाहिए? – What medications should not be taken with zinc in Hindi?

उत्तर: यह मिनरल आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है| इसलिए, इसे इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं (immunosuppressant medications) जैसे साइक्लोस्पोरिन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, और अन्य दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाती हैं, के साथ नहीं लेना चाहिए|


संदर्भ – References

1) US National Library of Medicine. (Zinc in cancer prevention)

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20155630/

2) Preventing diabetes damage: Zinc’s effects on a kinky, two-faced cohort– sciencedaily.com

https://www.sciencedaily.com/releases/2011/06/110630171742.htm

3) Zinc, the brain and behavior — US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/7082716/

4) Zinc supply affects cardiac health — ScienceDaily

https://www.sciencedaily.com/releases/2017/04/170418094238.htm

5) High-dose zinc to terminate angina pectoris –US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16084666/

6) Zinc: A precious trace element for oral health care? –US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/27524540/

7) Zinc and gastrointestinal disease — US National Library of Medicine

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4231515/

8) Diet lacking in zinc is detrimental to human, animal health –ScienceDaily

https://www.sciencedaily.com/releases/2016/06/160609115127.htm

9) Diet and Nutrition –American Optometric Association.

https://www.aoa.org/healthy-eyes/caring-for-your-eyes/diet-and-nutrition?sso=y

10) The effects of zinc supplementation on wound healing…– US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28395131/

11) Zinc status and serum testosterone levels of healthy adults — US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/8875519/

12) Improving Male Fertility -Today’sDietician

https://www.todaysdietitian.com/newarchives/060113p40.shtml

13) Lower serum zinc in Chronic Fatigue Syndrome (CFS) —US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16338007/

14) Zinc supplementation during pregnancy -WHO

https://www.who.int/elena/bbc/zinc_pregnancy/en/

15)  Role of zinc in pediatric diarrhea — US National Library of Medicine

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3113371/

16) Zinc and liver disease — US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22307488/

17)   Correlation between the Severity and Type of Acne Lesions with Serum Zinc Levels in Patients with Acne Vulgaris — US National Library of Medicine

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4135093/

18)  Zinc: an essential micronutrient — US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20141096/

19) Effect of zinc sulfate supplementation on premenstrual syndrome and health-related quality of life: Clinical randomized controlled trial — US National Library of Medicine

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28188965/


अस्वीकरण (DISCLAIMER): इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है| किसी भी उपाय/नुस्खे/दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है| हमारे किसी उपाय/नुस्खे/दवा आदि के इस्तेमाल से यदि किसी को कोई नुकसान होता है, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी|


इन्हें भी पढ़ें:

1) मछली के तेल (फिश आयल) के कैप्सूल्स के नुकसान

2) मछली के तेल (फिश आयल) के कैप्सूल्स के फायदे

3) विटामिन ए के स्रोत, फायदे और नुकसान – Vitamin A in Hindi

4) कैल्शियम के फायदे, नुकसान व घरेलू स्रोत Calcium in Hindi


Leave a Comment