Table of Contents
अश्वगंधा (असगंध) क्या है? – What is Ashwagandha (Withania Somnifera) in Hindi?
दोस्तों इस लेख में मैं आपको अश्वगंधा (विदानिया सोम्निफेरा) को खाने का तरीका, उसके फायदे और नुकसान, और उसे कितनी मात्रा में लेना चाहिए के बारे में विस्तार से बताऊंगा|
परन्तु सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि अश्वगंधा है क्या| तो आइए मैं सबसे पहले आपको बताता हूँ कि यह है क्या|
अश्वगंधा (असगंध) आयुर्वेद में वर्णित जड़ी बूटियों में बहुत ही महत्वपूर्ण नाम है और इसका इस्तेमाल सदियों से कई रोगों के इलाज में किया जाता रहा है|
अश्वगंधा का नाम अश्व और गंध के मेल से बना है| इसकी जड़ और पत्तों से घोड़े के पसीने और मूत्र जैसी गंध आने के कारण इसे अश्वगंधा कहा जाता है| आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन करने से अश्व (घोड़े) जैसी ताकत और यौन शक्ति मनुष्य को मिलती है|
इसका वैज्ञानिक नाम Withania Somnifera (विदानिया सोमनिफेरा) है|
इसे इंडियन जिनसेंग (Indian ginseng), असगंध, पाइजनस गूसबेर्री (poisonous gooseberry), या विंटर चेरी (winter cherry) के नाम से भी जाना जाता है|
अश्वगंधा या असगंध एक क्षुप है और विदानिया कुल का पौधा है | इस कुल की दुनिया भर में 10 और भारत में 2 प्रजातियाँ पाई जाती हैं|
विश्व में विदानिया कुल के पौधे मोरक्को, जोर्डन, स्पेन, मिश्र, अफ्रीका, भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका में प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं| यह एक द्विबीज पत्रीय पौधा है, और यह पौधे अत्यंत शाखित, सीधे, सदाबहार, झाड़ीनुमा और 1.25 मीटर तक लंबे होते हैं| इसकी पत्तियों रोम युक्त और अंडाकार होती हैं|
असगंध के फूल हरे रंग के, एवम छोटे तथा पांच के समूह में होते हैं| इसका फल मटर के समान दूध युक्त होता है और पकने पर लाल रंग का हो जाता है| अश्वगंधा की जड़ें 30 से 45 सेंटीमीटर लंबी और 2.5 से 3.5 सेंटीमीटर मोटी मूली के जैसी होती हैं| जड़ों का रंग बाहर से भूरा और अंदर से सफेद होता है|
इसकी जड़ों में 0.13 से 0.31 प्रतिशत तक एल्केलॉइड की सांद्रता पाई जाती है, जिसमें विदानिन एल्केलॉइड कुल एल्केलॉइड का 35 से 40 प्रतिशत होता है|
ज्यादातर अश्वगंधा की जड़ और पत्तियों का इस्तेमाल इसके फायदे लेने के लिए किया जाता है परंतु इसके फूल और बीज भी उपयोगी होते हैं| आयुर्वेद में इसका प्रयोग अश्वगंधा चूर्ण, अश्वगंधा टेबलेट, अश्वगंधा कैप्सूल, अश्वगंधारिष्ट, अश्वगंधाघृत, अश्वगंधा अवलेह, सुकुमार घृत, आदि के रूप में किया जाता है|
दोस्तो, अश्वगंधा के बहुत से फायदे हैं परंतु इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से नुकसान भी होते हैं, अतः इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए|
अश्वगंधा (असगंध) खाने के फायदे क्या हैं? – What Are The Benefits of Eating Ashwagandha in Hindi? (Ashwagandha Khane ke Fayde in Hindi)
दोस्तों अश्वगंधा आयुर्वेद में वर्णित बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है जिसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ है| यह अवसाद से लड़ने में मदद करता है, चिंता को कम करता है, पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकता है, मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाता है, और इसके सेवन से चयापचय क्रिया बेहतर होती है|
तो आइए आगे इस लेख में अश्वगंधा (असगंध) खाने के 17 फायदों (ashwagandha khane ke 17 fayde in hindi) के बारे में विस्तार से जानते हैं:
1) अश्वगंधा रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए फायदेमंद है – Ashwagandha is Beneficial for Immunity in Hindi
दोस्तों अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छे से काम नहीं करेगी तो बीमारियों से लड़ना मुश्किल हो जाता है|
अश्वगंधा (असगंध) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते हैं, जिससे आपको सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है| यह आपके व्हाइट ब्लड सेल (WBC) और रेड ब्लड सेल (RBC) दोनों को ही बढ़ाने का काम करता है, और कई गंभीर शारीरिक समस्याओं में फायदेमंद है|
कई वैज्ञानिक अध्ययन यह साबित कर चुके हैं कि अश्वगंधा के चूर्ण के उपयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार आता है (1)| इसका इम्यूनोमोड्यूलेटरी प्रभाव शरीर की जरूरत के हिसाब से प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव कर सकता है, जिससे लोगों में जिससे लोगों से लड़ने में मदद मिलती है (2)| इसलिए अश्वगंधा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है|
2) डायबिटीज में अश्वगंधा के फायदे – Benefits of Ashwagandha for Diabetes in Hindi
आयुर्वेद में लंबे समय से डायबिटीज के उपचार के लिए अश्वगंधा का इस्तेमाल किया जाता रहा है|
कुछ अध्ययनों ने भी यह दर्शाया है कि 4 सप्ताह के लिए इसका सेवन करने से दोपहर के खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर में कमी आती है|
इसके सेवन से इंसुलिन की मात्रा शरीर में बढ़ती है और मांसपेशियों में इन्सुलिन सेंसटिविटी बढ़ती है|
अश्वगंधा डायबिटीज से बचाव में भी मददगार है| इसमें मौजूद हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में मदद करता है| साल 2009 में डायबिटीज से ग्रस्त चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार इसके उपयोग से उनमें सकारात्मक परिवर्तन नजर आया (3)| इसी वजह से कहा जा सकता है कि असगंध डायबिटीज से बचाव में मददगार है|
3) थायराइड के लिए अश्वगंधा के फायदे – Benefits of Ashwagandha for Thyroid in Hindi
दोस्तों आपके गले में मौजूद एक तितली के आकार की ग्रंथि जिसे थायराइड ग्रंथि कहते हैं, वह जरूरी हारमोंस का निर्माण करती है और जब यह हारमोंस असंतुलित हो जाते हैं तो शरीर का वजन कम या ज्यादा होने लगता है जिससे आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसे ही आम भाषा में थायराइड रोग कहते हैं|
थायराइड से ग्रस्त चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा की जड़ को दवा के रूप में नियमित देने से थायराइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली में सुधार होता है (4)|
हाइपोथायराइड के रोगियों पर हुए एक अन्य अध्ययन ने भी यह दर्शाया है कि अश्वगंधा का सेवन थायराइड ग्रंथि के लिए काफी फायदेमंद है (5)|
इसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि थायराइड रोग के दौरान डॉक्टर की सलाह के पश्चात अश्वगंधा का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है|
4) मांसपेशियों की शक्ति में अश्वगंधा (असगंध) के फायदे – Ashwagandha Benefits for Increasing Muscle Strength in Hindi
अश्वगंधा शरीर की मांसपेशियों की शक्ति में सुधार लाने और उनकी कमजोरी दूर करने में बहुत फायदेमंद है|
हड्डियों के साथ-साथ मांसपेशियों का मजबूत होना बहुत जरूरी है| अश्वगंधा चूर्ण का सेवन मांसपेशियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है| यह मस्तिक और मांसपेशियों के बीच समन्वय अर्थात न्यूरोमस्कुलर समन्वय को बेहतर बनाता है| यही कारण है कि व्यायाम करने वाले और पहलवानी करने वाले अधिकतर लोग इसके सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं|
इसके सेवन से मांसपेशियां मजबूत होती है और शरीर की चर्बी भी घटती है|
5) चिंता और अवसाद में अश्वगंधा खाने के फायदे – Ashwagandha Benefits in Anxiety and Depression in Hindi
अश्वगंधा का सेवन चिंता और अवसाद से बचाए रखने में मदद करता है| आयुर्वेद में भी शारीरिक और मानसिक दोनों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए इसका इस्तेमाल काफी समय से किया जाता रहा है| इसमें पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंडस में एंग्जायटी और डिप्रेशन कम करने वाली क्रियाएँ मिलती हैं|
एक अध्ययन ने यह दर्शाया है कि कुछ दिनों तक लगातार अश्वगंधा का सेवन करने से चिंता कम करने वाली दवा के बराबर प्रभाव मिल सकता है| यह दिमाग के ट्राईबुलिन (मोनोमाइन ओक्सिडेस इनहिबिटर) के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे तनाव पर नियंत्रण रहता है| यही कारण है कि अश्वगंधा चिंता और अवसाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|
भारत के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया अश्वगंधा (असगंध) के नियमित सेवन से चिंता और अवसाद में कमी आती है| इस अध्ययन में 2 महीने तक 64 चिंता से ग्रस्त व्यक्तियों पर अध्ययन करने पर पता चला कि जो लोग 600 मिलीग्राम अश्वगंधा खाते थे उनमें 79% अवसाद कम हुआ और जो इसका सेवन नहीं करते थे उनमें यह समस्या 10% और बढ़ गई|
6) वजन कम करने के लिए फायदेमंद – Ashwagandha Benefits in Weight Loss in Hindi
दोस्तों एक शोध में यह दर्शाया है कि अश्वगंधा की जड़ के अर्क का सेवन करने से भूख और वजन में कमी आती है| इस शोध में यह पाया गया कि इसका अर्क तनाव और चिंता को कम करके भोजन की तीव्र इच्छा को कम करता है, और वजन को कम करने में मदद करता है (6)|
अतः हम कह सकते हैं कि संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ-साथ अश्वगंधा का सेवन तनाव के कारण होने वाली वजन की वृद्धि को कम कर सकता है|
7) अनिद्रा के लिए अश्वगंधा के फायदे – Ashwagandha Benefits in Insomnia in Hindi
रात में यदि आप बिस्तर पर करवट बदलते रहते हैं, तो इसका मतलब आपको नींद अच्छी नहीं आती है| ऐसे में अश्वगंधा का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है|
अश्वगंधा (असगंध) की पत्तियों में ट्राएथिलीन ग्लाइकोल नामक यौगिक पाया जाता है जो पर्याप्त और सुकून भरी नींद लाने में सहायक होता है, और यह हम नहीं बल्कि 2017 में जापान में हुई एक रिसर्च में खा गया है| इस रिसर्च में कहा गया है कि अनिद्रा के शिकार लोगों ने नींद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अश्वगंधा का सेवन डॉक्टर की सलाह के पश्चात किया जा सकता है (7)|
8) यौन क्षमता बढ़ाने में अश्वगंधा के फायदे – Ashwagandha Benefits as aphrodisiac in Hindi
अश्वगंधा एक शक्ति वर्धक औषधि है और यह यौन क्षमता को बढ़ाकर वीर्य की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है|
अगर आप यौन क्षमता में कमी, शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो अश्वगंधा का सेवन करने से आप को फायदा होगा|
2010 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा का सेवन करने से वीर्य की गुणवत्ता और स्पर्म की संख्या में वृद्धि होती है| यह अध्ययन स्ट्रेस के कारण आई यौन क्षमता में कमी पर किया गया था (8)|
9) कैंसर से बचाव में फायदेमंद – It Protects From Cancer in Hindi
अश्वगंधा का इस्तेमाल कई बीमारियों के साथ-साथ कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव करता है| इसका सेवन करने से इस घातक बीमारी से भी बचा जा सकता है (9)|
एक वैज्ञानिक शोध ने यह दर्शाया है कि अश्वगंधा में एंटी-ट्यूमर एजेंट होते हैं, जो ट्यूमर को पनपने से रोकते हैं| तथा यह कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कीमोथेरेपी के दुष्प्रभाव को खत्म करने में मदद कर सकता है (10)|
10) आंखों के लिए फायदेमंद अश्वगंधा का सेवन – Benefits of Ashwagandha for Eyes in Hindi
आंखों की रोशनी कम होना,या मोतियाबिंद जैसी बीमारियां आजकल लोगों को आसानी से अपना शिकार बना रही हैं| कई लोगों में मोतियाबिंद के कारण अंधे होने तक का खतरा हो जाता है|
अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मोतियाबिंद से लड़ने में मदद करते हैं और ऐसा हैदराबाद में किए गए एक वैज्ञानिक शोध ने भी सिद्ध किया है| इस शोध में पाया गया कि अश्वगंधा मोतियाबिंद के खिलाफ काफी प्रभावशाली है और मोतियाबिंद को बढ़ने से रोकने में मदद करता है (11)|
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप 50 ग्राम अश्वगंधा, 50 ग्राम आमला, और 25 ग्राम मुलेठी को पीसकर इसका चूर्ण बना लें| और एक चम्मच सुबह शाम पानी के साथ इसका सेवन करने से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ने लगेगी|
11) आर्थराइटिस में अश्वगंधा खाने के फायदे – Benefits of Eating Ashwagandha in Arthritis in Hindi
दोस्तों आर्थराइटिस एक बहुत ही पीड़ादायक रोग है जिसमें रोगी का चलना फिरना मुश्किल हो जाता है|
2 ग्राम अश्वगंधा पाउडर को सुबह और शाम गर्म दूध या पानी के साथ खाने से आर्थराइटिस रोग में काफी फायदा होता है|
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा चूहों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि अश्वगंधा में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण आर्थराइटिस के लक्षण को कम करते हैं और इसके दर्द से भी आराम दिलाते हैं (12)|
एक अन्य शोध में यह भी पाया गया है कि अश्वगंधा और सिद्ध मकरध्वज का एक साथ सेवन करने से रूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या में कमी आती है (13)|
12) कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अश्वगंधा के फायदे – Benefits of Ashwagandha in Lowering Cholesterol in Hindi
अश्वगंधा का सेवन कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है तथा यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाने में भी मदद करता है|
2012 में किए गए एक शोध में यह पाया गया कि अश्वगंधा टोटल कोलेस्ट्रॉल के साथ बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) को भी कम करने में मदद करता है| इस शोध में यह भी पाया गया कि असगंध 30 दिन में अपना लिपिड लोवेरिंग (lipid lowering) प्रभाव दिखा सकता है (14)|
13) संक्रमण से बचाव करता है अश्वगंधा – Benefits Of Ashwagandha in Fighting Infections in Hindi
यह संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है|
एक अध्ययन में पाया गया कि अश्वगंधा में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह गुण बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं| अश्वगंधा की जड़ और पत्तों का रस सालमोनेला बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर सकता है| इसी बैक्टीरिया के कारण आंत संबंधी समस्याएं और फूड पॉइजनिंग होती है|
एक अन्य अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा एस्पेरगिलोसिस (aspergillosis) नामक संक्रमण के खिलाफ भी काफी प्रभावी पाया गया| एस्पेरगिलोसिस फेफड़ों और अन्य अंगों में संक्रमण पैदा करता है और इम्युनिटी को प्रभावित करता है (15)|
अतः यह कहा जा सकता है कि अश्वगंधा का सेवन संक्रमण से लड़ने में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है|
14) हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदे – Ashwagandha Benefits For Heart Health in Hindi
अश्वगंधा अपने सूजन कम करने के गुण (एंटी इंफ्लेमेटरी गुण), एंटीऑक्सीडेंट्स और तनाव कम करने के गुणों के कारण हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है|
यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है| तथा इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की मात्रा भी कम होती है, जिससे ह्रदय की बीमारी होने की संभावना कम रहती है|
15) मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए फायदे – Ashwagandha Benefits for Brain in Hindi
अश्वगंधा (असगंध) मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है| यह चिंता और तनाव को कम करता है और याददाश्त को भी बेहतर बनाने में सहायक होता है|
एक रिसर्च ने यह दर्शाया है कि अश्वगंधा स्मृति सुधार प्रभाव और कॉग्निशन को बढ़ाता है| कॉग्निशन कुछ महत्वपूर्ण मानसिक प्रक्रियाओं का सामूहिक नाम है| इसमें मौजूद विथानोलोइड्स (withanolides) यौगिक तंत्रिका विकास में मदद कर सकते हैं|
16) त्वचा के लिए अश्वगंधा (असगंध) के फायदे – Ashwagandha Benefits for Skin in Hindi
एजिंग से बचाव
अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं| ये एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़कर बढ़ती हुई उम्र (एजिंग) के लक्षणों जैसे झुर्रियां, फाइन लाइंस (fine lines) एवं ढीली त्वचा, जैसे लक्षणों को जल्दी नहीं आने देते (16)|
जल्दी घाव भरने में मददगार
घाव में अगर बैक्टीरिया का संक्रमण हो जाए तो उसे भरने में समय लगता है| अश्वगंधा वैसे तो सीधे तौर पर घाव भरने में मदद नहीं करता, लेकिनअपने एंटी बैक्टीरियल गुण के कारण घाव में बैक्टीरिया के पनपने को रोक सकता है| इससे घाव में इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है (17), तथा इससे घाव ज्यादा गहरा नहीं होता और घाव ठीक होने में लगने वाला समय कम हो जाता है| अतः घाव को ठीक करने के लिए इसका पेस्ट बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है|
त्वचा के कैंसर से भी करता है बचाव
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स गुण सूरज की पराबैंगनी किरणों के कारण होने वाले त्वचा के कैंसर से बचाने में मदद करते हैं (18)| त्वचा के लिए अश्वगंधा का फायदा लेने के लिए आप इसका फेस पैक बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं|
17) बालों के लिए अश्वगंधा (असगंध) के फायदे – Ashwagandha Benefits for Hair in Hindi
समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकता है
दोस्तों सभी चाहते हैं कि उनके बाल समय से पहले सफेद ना हो और अश्वगंधा में टायरोसीन नामक एमिनो एसिड होता है जो मेलेनिन (melanin) के उत्पादन को उत्तेजित करता है| मेलानिन एक प्रकार का पिगमेंट है जो बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में मदद करता है जिससे आपके बाल समय से पहले सफेद नहीं होते|
बालों का झड़ना कम करता है
सामान्य से कम कम नींद आने पर तनाव बढ़ता है, और दोस्तों तनाव और चिंता के कारण बाल ज्यादा झड़ते हैं| अश्वगंधा के सेवन से नींद अच्छी आती है और चिंता भी कम होती है| अतः इसके सेवन से तनाव और चिंता के कारण बालों का झड़ना कम हो जाता है|
अश्वगंधा के नुकसान (दुष्प्रभाव) – Side Effects of Ashwagandha in Hindi
दोस्तो, अश्वगंधा (असगंध) खाने के फायदे के साथ ही इसके कुछ नुकसान (दुष्प्रभाव) भी हो सकते हैं| इसका सेवन निर्धारित मात्रा में ही करना चाहिए, अधिक मात्रा में सेवन करने से नुकसान हो सकते हैं|
अश्वगंधा को ज्यादा मात्रा में सेवन करने से दस्त और उल्टी जैसी पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती है|
गर्भावस्था के दौरान इसका अधिक मात्रा में सेवन करने के करने से गर्भपात होने का खतरा हो सकता है|
इसके अतिरिक्त कुछ लोगों को अश्वगंधा के सेवन से एलर्जी भी हो सकती है|
अन्य दवाओं के साथ अश्वगंधा का सेवन
दोस्तों अगर आप डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, चिंता, अवसाद, और अनिद्रा जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं और इनके उपचार के लिए दवाई ले रहे हैं तो आपको अश्वगंधा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए| क्योंकि यह आपके द्वारा ली जा रही दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर सकता है और उनके असर को घटा या बढ़ा सकता है| जैसे:
नींद की दवाएं
अश्वगंधा का सेवन करने से अनिद्रा की दिक्कत दूर होती है और नींद अच्छी आने में यह मदद करता है| इसलिए अगर आप नींद की दवा का सेवन कर रहे हैं जैसे बेंजोडियाजपीन, आदि तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि अश्वगंधा आपकी दवा के असर को घटा या बढ़ा सकता है| अतः इसके सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए|
डायबिटीज को नियंत्रित करने वाली दवाएं
अश्वगंधा का सेवन डायबिटीज को नियंत्रित करता है| यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को भी कम करता है| अतः अगर आप पहले से ही डायबिटीज को नियंत्रित करने की दवाइयां ले रहे हैं, तो आपको भी अपने डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए, क्योंकि यह आपका ब्लड शुगर स्तर सामान्य से भी कम कर सकता है|
हाई ब्लड प्रेशर कम करने की दवाएं
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर कम करने वालों के लिए दवा ले रहे हैं तो आपको भी अश्वगंधा का सेवन अपने डॉक्टर के सलाह के बाद ही करना चाहिए क्योंकि यह उन दवाओं के साथ मिलकर आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य से भी काम कर सकता है|
थायराइड के लिए दवाइयां
अश्वगंधा का सही मात्रा में सेवन करने से आपका थायराइड नियंत्रित रहता है| अतः यदि आप पहले से ही थायराइड की दवाइयां ले रहे हैं तो अश्वगंधा का सेवन ना करें और यदि आप करना चाहते हैं डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही करें|
अश्वगंधा की खुराक (अश्वगंधा की सेवन योग्य मात्रा) – Ashwagandha Dosage in Hindi
दोस्तों अब आप अश्वगंधा (असगंध) के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जान चुके हैं| अतः अब आपको यह भी पता होना चाहिए कि इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए|
अश्वगंधा चूर्ण (अश्वगंधा पाउडर) की मात्रा या खुराक
1 से 2 ग्राम अश्वगंधा पाउडर (चूर्ण) को दूध में मिश्री मिलाकर दिन में तीन बार सेवन किया जा सकता है|
अश्वगंधा टेबलेट अथवा कैप्सूल की मात्रा (खुराक)
एक अश्वगंधा कैप्सूल (अथवा टेबलेट) को दूध में मिश्री मिलाकर दिन में दो बार सेवन किया जा सकता है|
निष्कर्ष
दोस्तों प्रकृति ने हमें बहुत बहुमूल्य उपहार दिए हैं जिनमें से अश्वगंधा (असगंध) भी एक है| इसका सेवन यदि निर्धारित मात्रा में किया जाता है तो यह बहुत सारे फायदे देता है, जैसे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, संक्रमण से बचाव करता है, आपकी मांसपेशियों को बल देता है, आपको ज्यादा देर तक जवान बनाए रखने में मदद करता है, आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है|
यह बहुत ही अनमोल जड़ी बूटी है परंतु यदि इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यह नुकसान भी देता है| अतः इसके पूरे फायदे लेने के लिए आपको इसकी मात्रा एवम इसे लेने की अवधि के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर सलाह कर लेनी चाहिए|
ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: अश्वगंधा के तेल का उपयोग कैसे कर सकते हैं?
उत्तर: दोस्तों अश्वगंधा के तेल का उपयोग मालिश करने के लिए किया जा सकता है|
प्रश्न: अश्वगंधा के पाउडर का कैसे सेवन किया जाता है?
उत्तर: अश्वगंधा के पाउडर का सेवन दूध, पानी या शहद के साथ किया जा सकता है|
इसे लेने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप इसे 1 से 2 ग्राम की मात्रा में दूध में मिश्री डालकर दिन में तीन बार लें|
प्रश्न: अश्वगंधा की तस्वीर कैसी होती है?
उत्तर: अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है|
प्रश्न: अश्वगंधा का सेवन भोजन के पहले करना चाहिए या बाद में?
उत्तर: अश्वगंधा का सेवन करने के आदर्श समय की बात करें तो इसे खाना खाने के बाद ही खाना चाहिए|
इसका सेवन आप दिन में तीन बार कर सकते हैं|
प्रश्न: अश्वगंधा कैप्सूल के क्या फायदे हैं?
उत्तर: दोस्तों पर इस लेख में बताए गए सभी फायदे अश्वगंधा कैप्सूल के भी हैं| इसका पूरे फायदे लेने के लिए आपको इसे निर्धारित मात्रा में सेवन करना चाहिए|
—————————————————-
संदर्भ (References):
1) A standardized root extract of Withania somnifera and its major constituent withanolide-A elicit humoral and cell-mediated immune responses by up regulation of Th1-dominant polarization in BALB/c mice https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/17336338/
2) An Overview on Ashwagandha: A Rasayana (Rejuvenator) of Ayurveda https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3252722/
3) Hypoglycaemic and Hypolipidaemic Effects of Withania somnifera Root and Leaf Extracts on Alloxan-Induced Diabetic Rats https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2695282/
4) Withania somnifera and Bauhinia purpurea in the regulation of circulating thyroid hormone concentrations in female mice https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/10619390/
5) Efficacy and Safety of Ashwagandha Root Extract in Subclinical Hypothyroid Patients: A Double-Blind, Randomized Placebo-Controlled Trial https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28829155/
6) Body Weight Management in Adults Under Chronic Stress Through Treatment With Ashwagandha Root Extract https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5871210/
7) Triethylene glycol, an active component of Ashwagandha (Withania somnifera) leaves, is responsible for sleep induction https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28207892/
8) Withania somnifera Improves Semen Quality in Stress-Related Male Fertility https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3136684/
9) Withania somnifera: from prevention to treatment of cancer https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4899165/
10) Ancient medicine, modern use: Withania somnifera and its potential role in integrative oncology https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/17176166/
11) Approaches to relieve the burden of cataract blindness through natural antioxidants: Use of Ashwagandha (Withania somnifera) https://www.researchgate.net/publication/259558439_Approaches_to_relieve_the_burden_of_cataract_blindness_through_natural_antioxidants_Use_of_Ashwagandha_Withania_somnifera
12) Evaluation of anti-inflammatory effect of Withania somnifera root on collagen-induced arthritis in rats https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24188460/
13) Efficacy & safety evaluation of Ayurvedic treatment (Ashwagandha powder & Sidh Makardhwaj) in rheumatoid arthritis patients: a pilot prospective study https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/25857501/
14) Exploratory study to evaluate tolerability, safety, and activity of Ashwagandha (Withania somnifera) in healthy volunteers https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3487234/
15) Therapeutic efficacy of Ashwagandha against experimental aspergillosis in mice https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9543708/
16) FREE RADICAL SCAVENGING ACTIVITY OF DIFFERENT PARTS OF WITHANIA SOMNIFERA https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3330878/
17) Antibacterial activity of Withania somnifera against Gram-positive isolates from pus samples https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4427836/
18) Withania somnifera root extract prevents DMBA-induced squamous cell carcinoma of skin in Swiss albino mice https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/12235655/
—————————————————-
अस्वीकरण (DISCLAIMER): इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है| किसी भी उपाय/नुस्खे/दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है| हमारे किसी उपाय/नुस्खे/दवा आदि के इस्तेमाल से यदि किसी को कोई नुकसान होता है, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी|
—————————————————-
इन्हें भी पढ़ें :
1) लहसुन के फायदे और नुकसान – Lahsun (Garlic) Ke Fayde in Hindi
2) अदरक (Adrak) के 20 फायदे, उपयोग और नुकसान – Ginger in Hindi
3) दालचीनी (Cinnamon) के 12 फायदे – Dalchini Ke Fayde In Hindi
—————————————————-