दोस्तों, इस लेख में आप दालचीनी के 12 फायदे और उपयोग (Dalchini or Cinnamon ke 12 fayde aur upyog in hindi), इसके स्वास्थ्य लाभ (health Benefits) और इसकी दैनिक खुराक (Dose) के बारे में जानेंगे |
लेकिन इससे पहले, आपको पता होना चाहिए कि दालचीनी (Cinnamon in hindi) क्या होती है | तो आइए जानते हैं इन सब के बारे में !
Table of Contents
दालचीनी (Dalchini) क्या है? (What is Cinnamon in hindi?
अब आपके दिमाग में मुख्य सवाल यह है कि दालचीनी (dalchini) क्या है?
तो दोस्तो आइए मैं बताता हूँ आपको !
यह एक बहुत ही स्वादिष्ट मसाला है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है |
यह (daalchini) जीनस सिनामोमम (genus Cinnamomum ) और परिवार लौरेसिई (family Lauraceae) के पेड़ों की भीतरी छाल (inner bark) से प्राप्त होती है |
दालचीनी का पेड़ (Cinnamon tree ) एक सदाबहार पेड़ है, जिसमें मोटी छाल और अंडाकार आकार के पत्ते होते हैं। इस मसाले को प्राप्त करने के लिए जमीनी स्तर से इसके पेड़ के तने को काटकर, फिर इसके बाहरी हिस्से (outer wooden part ) को हटा दिया जाता है |
आंतरिक छाल के सूखने पर रोल्स (cinnamon rolls) बन जाते हैं | ये रोल व्यावसायिक उपयोग के लिए 4 से 10 सेंटीमीटर लंबाई में काटे जाते हैं |
दुनिया में इसके प्रमुख उत्पादक चीन, श्रीलंका, वियतनाम और इंडोनेशिया हैं |
यह मसाला (daalchini) बाजार में रोल या पाउडर के रूप में या एक आवश्यक तेल (एसेंशियल आयल या essential oil) के रूप में उपलब्ध है |
इसकी विशिष्ट सुगंध और स्वाद मुख्य रूप से आवश्यक तेल (essential oil) की उपस्थिति (जिसका मुख्य घटक cinnamaldehyde है) होने के कारण है |
दालचीनी (Dalchini) के पोषण संबंधी तथ्य (Nutritional Facts of Cinnamon In Hindi)
दोस्तों, इसमें (dalchini) कार्बोहाइड्रेट्स, डाइटरी फाइबर (dietary fiber), वसा, प्रोटीन, विटामिन्स (जैसे विटामिन A, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, विटामिन C, विटामिन E, और विटामिन K), और खनिज (जैसे लोहा, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, और जिंक) मौजूद होते हैं |
प्रति 100 ग्राम दालचीनी पाउडर की पोषण संरचना (Nutritional Composition of Cinnamon powder In Hindi) इस प्रकार है:
एनर्जी (Energy) | 1035 KJ |
पानी (Water) | 10.58 ग्राम |
प्रोटीन (protein) | 4.0 ग्राम |
फैट (fat) | 1.20 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates) | 80.59 ग्राम |
शर्करा (sugar) | 2.17 ग्राम |
डाइटरी फाइबर (Dietary fiber) | 53.10 ग्राम |
विटामिन्स (vitamins) | |
विटामिन A (vitamin A) | 15 माइक्रोग्राम (microgram) |
विटामिन C (vitamin C) | 3.80 मिलीग्राम |
थायमिन (Thiamine) | 0.022 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन (Riboflavin) | 0.041 मिलीग्राम |
नियासिन (Niacin) | 1.330 मिलीग्राम |
विटामिन B-6 (vitamin B-6) | 0.160 milligram |
विटामिन E (vitamin E) | 2.30 मिलीग्राम |
विटामिन K (vitamin K) | 31.20 microgram |
खनिज (Minerals) | |
कैल्शियम (calcium) | 1002 मिलीग्राम |
आयरन (iron) | 8.32 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम (Magnesium) | 60 मिलीग्राम |
पोटैशियम (Potassium) | 431 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस (Phosphorus) | 64 मिलीग्राम |
जिंक (Zinc) | 1.80 मिलीग्राम |
सोडियम (sodium) | 10 मिलीग्राम |
दोस्तों, यहाँ एक बात उल्लेखनीय है कि बाजार में इसके (dalchini) विभिन्न प्रकार उपलब्ध हैं, लेकिन सभी की संरचना एक जैसी नहीं होती |
दालचीनी (Dalchini) के फायदे और उपयोग क्या हैं? (What Are The Benefits & Uses Of Cinnamon In Hindi?)
दोस्तों, यह (dalchini) एक बहुत अद्भुत मसाला है और इसका उपयोग 4000 वर्षों से अधिक समय से किया जा रहा है |
इसका उपयोग सिर्फ इसके स्वाद और सुगंध के लिए ही नहीं बल्कि इसके औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है |
दालचीनी के सबसे महत्वपूर्ण 12 फायदे और उपयोग (dalchini ke 12 fayde aur upyog) मैं आपको आगे बता रहा हूँ:-
1) दालचीनी (Dalchini) शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर है (Cinnamon is loaded with powerful antioxidant properties in Hindi)
दालचीनी में कैटेचिन (catechins) और प्रोसीएनिडिन्स (procyanidins) जैसे पॉलीफेनोल (polyphenols) होते हैं, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट हैं |
ये एंटीओक्सिड़ेंट्स (antioxidants) हानिकारक फ्री रेडिकल्स (free radicals) को बेअसर करके आपके शरीर को इनसे होने वाले नुकसान से बचाते हैं | और इस तरह से कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है |
यह (daalchini) अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट गुणों के कारण भोजन में एक प्राकृतिक परिरक्षक (natural preservative) के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है |
2) दालचीनी (Dalchini) आपके शरीर में सूजन को कम करती है (Cinnamon lowers inflammation in your body in Hindi)
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के कारण दालचीनी में शक्तिशाली सूजनरोधी (anti-inflammatory) गुण होते हैं |
इस प्रकार, यह चिरकालीन सूजन (chronic inflammation) के कारण होने वाले रोगों के जोखिम को कम कर सकती है |
Cinnamaldehyde (दालचीनी का एक महत्वपूर्ण घटक) नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को रोकने में मदद करता है |
नाइट्रिक ऑक्साइड को सूजन का एक मध्यस्थ (inflammatory mediator) माना जाता है |
अतः नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को रोककर, और शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट की उपस्थिति के कारण, यह (daalchini) सूजनरोधी स्थितियों के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है |
3) दालचीनी दिल के लिए अच्छी होती है (Cinnamon is good for the heart in Hindi)
दालचीनी (Dalchini) दिल की सेहत को बढ़ावा देती है और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करती है |
इसका नियमित सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करता है, जबकि अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाता है |
इसके सेवन से आपके उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) में भी कमी आती है |
इस प्रकार आपके खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करके, और उच्च रक्तचाप (high blood pressure) के स्तर को कम करके; यह (dalchini) हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है |
4) दालचीनी (Daalchini) पाचन तंत्र के स्वास्थ्य में सुधार करती है (Cinnamon improves digestive health in Hindi)
हजारों वर्षों से दालचीनी (dalchini) का उपयोग पाचन में सुधार और पाचन संबंधी कई समस्याओं से राहत पाने के लिए किया जाता है |
इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया (जो पाचन संबंधी संक्रमण का कारण बन सकते हैं) से लड़ने में मदद करते हैं |
इसके सेवन से अपच (indigestion), जी मिचलाना (nausea), और पेट फूलना (flatulence) में राहत मिलती है |
5) दालचीनी (Daalchini) ब्लड शुगर के स्तर को कम करती है (Cinnamon lowers blood sugar levels in Hindi)
इंसुलिन एक हार्मोन है, जो आपके शरीर की कोशिकाओं में ब्लड शुगर (blood sugar) के परिवहन के लिए आवश्यक है |
लेकिन, बहुत से लोग इंसुलिन के प्रभाव के लिए प्रतिरोधी (resistant) बन जाते हैं यानी उनकी वसा, मांसपेशियां और यकृत कोशिकाएं इंसुलिन के लिए अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देती हैं |
दालचीनी (daalchini) इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) को कम करती है |
और इस प्रकार, इंसुलिन हार्मोन के प्रति संवेदनशीलता में सुधार करके यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है |
साथ ही इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स (polyphenols) जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स आपको डायबिटीज टाइप -2 विकसित करने से बचा सकते हैं |
6) दालचीनी (Dalchini) आपको कैंसर से बचा सकती है (Cinnamon may protect you from cancer in Hindi)
शरीर में कहीं भी अनियंत्रित कोशिका वृद्धि कैंसर की विशेषता है |
दालचीनी (Daalchini) कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है |
ऐसा यह (dalchini), एक तो सूजन को कम करने की अपनी क्षमता के कारण, और दूसरा, यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को कम करके और कैंसर कोशिकाओं की मृत्यु को प्रेरित करके; करती है |
बृहदान्त्र कैंसर के साथ चूहों में प्रयोगशाला अध्ययनों से पता चला है कि यह (daalchini) कैंसर के आकार और ट्यूमर में नई रक्त वाहिकाओं के बनने को कम करती है। (1)
7) न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों में दालचीनी फायदेमंद है (Cinnamon is beneficial in Neurodegenerative diseases in hindi)
दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों में मस्तिष्क कोशिकाओं की संरचना और कार्य में प्रगतिशील अध: पतन (progressive degeneration) होता है |
पार्किंसन रोग (Parkinson disease) और अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s disease) दो सबसे सामान्य प्रकार के न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग हैं |
दालचीनी (dalchini) दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होती है |
इसके सेवन से याददाश्त में सुधार होता है |
पार्किंसन रोग के माउस मॉडल (mouse model) पर एक अध्ययन में, यह पाया गया कि दालचीनी (cinnamon in hindi) ने न्यूरॉन्स (neurons) की रक्षा, नॉर्मलाइसड स्ट्राइटल न्यूरोट्रांसमीटर (normalized striatal neurotransmitters), और मोटर कार्यों में सुधार करने (improved motor functions) में मदद की | (2)
साथ ही, दालचीनी (cinnamon in hindi) के कुछ यौगिक अल्जाइमर रोग के लिए फायदेमंद हो सकते हैं क्योंकि वे ताऊ (tau) के निर्माण (अल्जाइमर रोग का एक हॉलमार्क) को रोकते हैं | (3)
8) दालचीनी (Dalchini) संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है (Cinnamon Helps to Fight Infections in Hindi)
जी हाँ दोस्तों आपने सही पढ़ा !
यह (dalchini) बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ने में बहुत मददगार है | यह साल्मोनेला (salmonella) बैक्टीरिया के विकास को भी रोकता है |
9) दालचीनी वजन घटाने में मदद करती है (Cinnamon Benefits in Weight Loss in Hindi)
जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं और पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं, उन्हें दालचीनी का सेवन शुरू कर देना चाहिए |
यह (dalchini) वजन कम करने में सहायक है क्योंकि यह भूख को दबाती है, आपके चयापचय को गति देती है, और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करती है |
लेकिन दोस्तों, आपको यह भी ध्यान देना होगा कि वजन कम करने के लिए इसके सेवन के साथ-साथ आपको स्वस्थ आहार लेना होगा और नियमित भी व्यायाम करना होगा |
10) ओरल हेल्थ में दालचीनी लाभ करती है (Cinnamon Benefits in Oral Health in Hindi)
यह (dalchini) अपने एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण ओरल इन्फेक्शन्स (oral infections) और दांत दर्द के इलाज में बहुत उपयोगी है |
यह मुंह की बदबू या सांस की दुर्गंध (bad breath) और गले में खराश के इलाज में भी सहायक है |
दांत दर्द से राहत पाने के लिए, आप रूई पर दालचीनी के आवश्यक तेल (Cinnamon essential oil) की 1 से 2 बूंदें डालें और इसे पीड़ायुक्त (painful) दांत पर रखें |
11) त्वचा के स्वास्थ्य के लिए दालचीनी के फायदे (Cinnamon Benefits For Skin Health in Hindi)
दालचीनी (daalchini) में सूजनरोधी (anti-inflammatory) गुण होते हैं और इस प्रकार, यह त्वचा की सूजनयुक्त स्थिति (inflammatory skin conditions) का इलाज करने में मदद करता है |
इसमें सिन्नामेल्डिहाइड (cinnamaldehyde) नामक यौगिक भी होता है, जो त्वचा के विभिन्न विकारों के उपचार में सहायक होता है |
अपने एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण, सिन्नामेल्डिहाइड घावों को भरने में सहायक है |
त्वचा की समस्याओं जैसे कि हल्के मुँहासे या फंगल संक्रमण में राहत पाने के लिए आप इसके पाउडर (cinnamon powder) को शहद के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाएं; कुछ ही दिनों में आपको आराम मिलेगा |
12) दालचीनी बालों के विकास को बढ़ावा देती है (Cinnamon Promotes Hair Growth in Hindi)
यह (dalchini) बालों के विकास (hair growth) को बढ़ावा देने में भी सहायक है |
इसमें procyanidins जैसे पॉलीफेनोल्स (polyphenols) होते हैं जो बालों के विकास में बहुत सहायक होते हैं |
दालचीनी की दैनिक खुराक क्या है? (What is the Daily Dosage of Cinnamon in Hindi?)
चूंकि विभिन्न प्रकार की दालचीनी में कूमेरिन (Coumarin) अलग-अलग मात्रा में मौजूद होता है और कूमेरिन (Coumarin) की अधिक मात्रा लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है |
Coumarin की अनुमेय दैनिक खुराक (permissible Daily Dosage) शरीर के वजन का 0.1mg /kg प्रति दिन है |
इस प्रकार, दालचीनी की अनुशंसित दैनिक खुराक (Recommended Daily Dosage of Cinnamon in hindi) पाउडर रूप में ¼ चम्मच से लेकर 1 चम्मच है, यानी पूरे दिन में 1 ग्राम से 6 ग्राम पाउडर (cinnamon powder) का सेवन करने से आपको दालचीनी के पूरे फायदे मिलेंगें और वो भी बिना कूमेरिन (Coumarin) के साइड इफेक्ट के |
और दालचीनी के आवश्यक तेल की अनुशंसित दैनिक खुराक (Recommended Daily Dose of Cinnamon Essential Oil in hindi) 1 से 5 बूंद है |
लेकिन इस मसाले का सेवन करने से पहले आपको इसकी खुराक के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए |
निष्कर्ष
दालचीनी (cinnamon in hindi) एक बहुत ही स्वादिष्ट और लाजवाब मसाला है।
यह (dalchini) आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, पाचन में सुधार करता है, आपके ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है, वजन कम करने में आपकी मदद करता है और इसके अन्य कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
लेकिन आपको इसे 1 ग्राम से 6 ग्राम की दैनिक खुराक (Daily Dosage) में ही सेवन करना चाहिए ताकि कूमेरिन (Coumarin) के दुष्प्रभाव से आप बचे रहें |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: आप दालचीनी कहाँ से खरीद सकते हैं?
उत्तर: आप इसे किसी अच्छे फूड स्टोर या अपने आस-पास के किसी अच्छे किराना स्टोर से खरीद सकते हैं।
या आप इसे इस लिंक से ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
प्रश्न: दालचीनी को एक दिन में कितना खाना चाहिए?
उत्तर: आप इस मसाले का 1 ग्राम से 6 ग्राम तक दिन में सेवन कर सकते हैं, और इससे आपको दालचीनी के फायदे भी मिलेंगें और कूमेरिन (Coumarin) के साइड इफेक्ट्स भी नहीं होंगें |
प्रश्न: क्या दालचीनी पेट की चर्बी कम कर सकती है? (Can Cinnamon reduce belly fat in hindi?)
उत्तर: हाँ।
दोस्तो, यह (daalchini) आपकी भूख को दबाती है, आपके चयापचय को गति देती है, और आपके ब्लडशुगर (blood sugar) के स्तर को नियंत्रित रखती है; इस प्रकार यह पेट की चर्बी को कम करने में मदद करती है।
प्रश्न: आप दालचीनी का सेवन कैसे कर सकते हैं? (How can you consume Cinnamon in hindi?)
उत्तर: दालचीनी (daalchini) का उपयोग करने और इसके फायदे प्राप्त करने के कई तरीके हैं। जिनमें से कुछ हैं:
आप इसे अपने भोजन में मसाले के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
या इसे गर्म पानी में मिलाकर काढ़े के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
आप इसके पाउडर को दूध में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
इसके पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
या हर्बल चाय बनाते समय भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
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संदर्भ (References)
1) Inhibition of lipid peroxidation and enhancement of GST activity by cardamom and cinnamon during chemically induced colon carcinogenesis in Swiss albino mice. Asian Pacific Journal of Cancer Prevention, US National Library of Medicine, National Institutes of Health. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/18260732/
2) Cinnamon treatment upregulates neuroprotective proteins Parkin and DJ-1 and protects dopaminergic neurons in a mouse model of Parkinson’s disease. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24946862/
3) Cinnamon extract inhibits tau aggregation associated with Alzheimer’s disease in vitro. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19433898/
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अस्वीकरण (DISCLAIMER): इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है | किसी भी उपाय / नुस्खे / दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है | हमारे किसी उपाय / नुस्खे / दवा आदि के इस्तेमाल से यदि किसी को कोई नुकसान होता है, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी |
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