Table of Contents
लवण भास्कर चूर्ण क्या है? – (What Is Lavan Bhaskar Churna in Hindi?)
लवण भास्कर चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग पेट की बीमारियों के लिए किया जाता है और इसे “जीवन का नमक” भी कहा जाता है। यह औषधि पाचक एंजाइमों की क्रिया को उत्तेजित करती है और भोजन के उचित पाचन में मदद करता है।
यह भूख न लगना, अपच, कब्ज, पेट फूलना, बवासीर, प्लीहा का बढ़ना, पेट में दर्द, आदि के उपचार में बहुत मदद करता है।
यह चूर्ण एक प्राकृतिक उत्पाद है और इसे सभी उम्र के लोग ले सकते हैं।
इस चूर्ण के घटक द्रव्यों में समुद्री नमक, काला नमक, जीरा, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ, लंबी काली मिर्च, नागकेसर आदि शामिल हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, यह चूर्ण भूख को उत्तेजित करता है, आंतों में गैस बनना कम करता है, पाचन बेहतर बनाता है, और पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करता है। यह वात और कफ दोष को भी संतुलित करता है।
लवण भास्कर चूर्ण के फायदे, उपयोग, और दुष्प्रभावों के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को आगे पढ़ना जारी रखें!
लवण भास्कर चूर्ण के घटक द्रव्य (सामग्री) क्या हैं? – (What Are The Ingredients (Composition) of Lavan Bhaskar Churna in Hindi?)
लवण भास्कर चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) के घटक द्रव्य (सामग्री) इस प्रकार हैं:
घटक द्रव्य का सामान्य नाम | घटक द्रव्य का वैज्ञानिक नाम | घटक द्रव्य की मात्रा |
सेंधा नमक (सैंधव लवण) | — | 2 भाग |
समुद्र लवण (समुद्री नमक) | — | 8 भाग |
विड लवण | — | 2 भाग |
सौवर्चल लवण | — | 5 भाग |
तेजपता | Cinnamomum Tamala | 2 भाग |
काला जीरा | Carum carvi | 2 भाग |
पिप्पली (फल) | Piper Longum | 2 भाग |
धनिया | Coriandrum Sativum | 2 भाग |
पिपलामूल | Piper Longum | 2 भाग |
नागकेसर | Mesua Ferrea | 2 भाग |
अम्लबेत | Garcinia Pedunculata | 2 भाग |
तालीसपत्र | Abies Webbiana | 2 भाग |
जीरा | Cuminum Cyminum | 1 भाग |
सोंठ (शुंठी या सूखी अदरक की जड़) | Zingiber Officinale | 1 भाग |
काली मिर्च | Piper Nigrum | 1 भाग |
इलायची | Elettaria Cardamomum | ½ भाग |
दालचीनी | Cinnamomum Zeylanicum | ½ भाग |
अनारदाना | Pucina granatum | 4 भाग |
निम्बू का रस | मात्रा पर्याप्त (Quantity Sufficient) |
लवण भास्कर चूर्ण के आयुर्वेदिक गुण क्या हैं? – (What Are The Ayurvedic Properties Of Lavan Bhaskar Churna in Hindi?)
इस चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) के निम्नलिखित आयुर्वेदिक गुण हैं:
गुण (Pharmacological Action) | लघु |
रस (Taste on the tongue) | लवण |
वीर्य (Action) | उष्ण |
दोष प्रभाव (Effect on Doshas) | वात और कफ दोष को संतुलित करता है |
लवण भास्कर चूर्ण के औषधीय गुण क्या हैं? – (What Are The Medicinal Properties Of Lavan Bhaskar Churna?)
इस चूर्ण के औषधीय गुण इस प्रकार हैं:
- पेट फूलने में आराम पहुँचाने अथवा उसे रोकने वाला (Antiflatulent)
- क्षुधावर्धक (Appetizer)
- आम पाचक (डिटॉक्सिफायर or Detoxifier )
- कार्मिनेटिव (Carminative)
- पाचन उत्तेजक (Digestive Stimulant)
- एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant)
- एंटीस्पाज्मोडिक (Antispasmodic)
- कासरोधक (Antitussive)
- हल्का रेचक (Mild laxative)
लवण भास्कर चूर्ण किन शारीरिक स्थितियों में उपयोगी है अथवा इसके चिकित्सीय संकेत क्या हैं? – (What Are The Therapeutic Indications Of Lavan Bhaskar Churna?)
यह चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) निम्नलिखित शारीरिक स्थितियों में उपयोगी है अथवा इसके निम्नलिखित चिकित्सीय संकेत हैं:
- पेट फूलना (Flatulence)
- भूख न लगना या कम लगना
- अपच (Indigestion)
- मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम (Malabsorption syndrome)
- गठिया (Rheumatism)
- खांसी
- तिल्ली का बढ़ना (Spleen Enlargement)
- बवासीर
लवण भास्कर चूर्ण के उपयोग और फायदे क्या हैं? – (What Are The Uses And Benefits Of Lavan Bhaskar Churna?)
लवण भास्कर चूर्ण पेट और आंतों में आम दोष (अर्थात विषाक्त पदार्थों) के बनने को कम करने में सहायक है। इस प्रकार यह शरीर से हानिकारक यौगिक को हटाने में मदद करता है।
यह चूर्ण गैस्ट्रिक एसिड के स्राव को संशोधित करके भूख और पाचन में सुधार करता है।
इस चूर्ण का सेवन गैस के बनने को कम करता है, अतः इस प्रकार यह गैस, पेट फूलना, कब्ज, पेट दर्द आदि के लिए एक उपयोगी उपाय है।
1) पेट की गैस के लिए लवण भास्कर चूर्ण के फायदे – (Lavan Bhaskar Churna Benefits For Intestinal Gas in hindi)
लशुनादि वटी और आरोग्यवर्धिनी वटी के साथ, यह चूर्ण पेट की गैस के इलाज में सहायक है। इस चूर्ण के विभिन्न अवयवों के वायुरोधी गुण (anti-flatulent properties) गैस बनना, पेट फूलना, आदि को कम करते हैं।
2) अपच के लिए लवण भास्कर चूर्ण के लाभ – (Lavan Bhaskar Churna Benefits For Indigestion in Hindi)
कई लोग अपच से पीड़ित होते हैं, उनमें निम्न लक्षण हो सकते हैं:
- खाना पचाने में दिक्कत होना
- डकार में खाने का स्वाद आना
- पेट फूलना
अपच के इन लक्षणों से राहत दिलाने में यह चूर्ण काफी फायदेमंद है। इसे भोजन से 30 मिनट पहले गर्म पानी के साथ या भोजन के तुरंत बाद छाछ के साथ सेवन किया जा सकता है।
3) सीने में दर्द के लिए लवण भास्कर चूर्ण के फायदे – (Lavan Bhaskar Churna Benefits For Chest Pain in Hindi)
कई बार पेट में गैस के जमा होने से सीने में दर्द होने लगता है। ऐसे मामलों में इस चूर्ण का चिरुविल्वादी कषाय और आरोग्यवर्धिनी वटी के साथ सेवन बहुत उपयोगी साबित होता है।
4) भूख कम लगने पर लवण भास्कर चूर्ण के फायदे – (Lavan Bhaskar Churna Benefits For Loss Of Appetite in hindi)
गैस्ट्रिक स्राव (gastric secretions) को उत्तेजित करके, यह चूर्ण भूख में सुधार करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
इस चूर्ण के कुछ घटक द्रव्य लिवर के कार्यों को बढ़ावा देते हैं, अतः इस प्रकार भी यह चूर्ण भूख में सुधार करने में सहायक है।
लवण भास्कर चूर्ण के नुकसान अथवा दुष्प्रभाव क्या हैं? – (What Are The Side Effects Of Lavan Bhaskar Churna in Hindi?)
अनुशंसित खुराक (recommended dosage) में लवण भास्कर चूर्ण का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है और आमतौर पर अधिकांश लोगों में इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है।
लवण भास्कर चूर्ण का अधिक मात्रा में सेवन करने पर होने वाले नुकसान (दुष्प्रभाव)
निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में इस चूर्ण का सेवन करने से निम्न नुकसान हो सकते हैं:
- पेट में जलन
- सीने में जलन होना (हार्टबर्न)
- अधिक प्यास लगना
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान सावधानियां – (Precautions During Pregnancy And Breast-Feeding in hindi)
चूंकि गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में लवण भास्कर चूर्ण के उपयोग पर कोई वैज्ञानिक अध्ययन उपलब्ध नहीं है, इसलिए इस चूर्ण का सेवन करने से पहले उन्हें किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर करना चाहिए।
लवण भास्कर चूर्ण का सेवन किसे नहीं करना चाहिए? – (Who Should Not Consume Lavan Bhaskar Churna In Hindi?)
चूंकि इस चूर्ण में नमक होता है, इसलिए इसके सेवन से सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है। अतः, जो व्यक्ति नमक-प्रतिबंधित आहार पर हो, अथवा जिनके रक्त में सोडियम के स्तर में वृद्धि हुई हो, उन व्यक्तियों को लवण भास्कर चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए।
लवण भास्कर चूर्ण की खुराक क्या है? – (What Is The Dosage Of Lavan Bhaskar Churna in hindi?)
लवण भास्कर चूर्ण की सामान्य अनुशंसित खुराक (general recommended dosage of Lavan Bhaskar Churna in hindi) इस प्रकार है:
वयस्क (Adults) | 2 – 3 ग्राम |
बच्चे (Children) | 1 – 2 ग्राम |
इसकी अधिकतम खुराक एक दिन में 12 ग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए।
आयुर्वेदिक डॉक्टर अक्सर इस चूर्ण को पानी या छाछ के साथ रोजाना दो बार लेने की सलाह देते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या इस चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) का उपयोग करना सुरक्षित है?
जी हां, इसका सेवन बड़ों और बच्चों दोनों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
क्या इस चूर्ण से उनींदापन (drowsiness) होता है?
नहीं, इस चूर्ण (Lavan Bhaskar Churan) के सेवन से आपको नहीं उनींदापन (drowsiness) होता है।
क्या इस चूर्ण का उपयोग बच्चों के लिए सुरक्षित है?
हाँ, इस चूर्ण का उपयोग बच्चों के लिए सुरक्षित है।
क्या इस चूर्ण की आदत या लत पड़ सकती है?
नहीं, इसकी आदत या लत नहीं पड़ती है।
अस्वीकरण (DISCLAIMER):
इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है| किसी भी उपाय/नुस्खे/दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें, क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है| हमारे किसी उपाय/नुस्खे/दवा आदि के इस्तेमाल से यदि किसी को कोई नुकसान होता है, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी|
इन्हें भी पढ़ें :
1) त्रिफला चूर्ण के फायदे, नुकसान Triphala Churna Ke Fayde
2) त्रिकटु चूर्ण के फायदे और नुकसान Trikatu Churna in Hindi
3) सितोपलादि चूर्ण के फायदे Sitopaladi Churna Benefits in Hindi
4) अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे – Avipattikar Churna in Hindi